
पाकिस्तान: PM शहबाज शरीफ ने पीएमएल-एन अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा, नवाज शरीफ को फिर मिलेगी पार्टी की कमान
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पीएमएल-एन महासचिव को संबोधित अपने इस्तीफे पत्र में शहबाज शरीफ ने 2017 की उथल-पुथल वाली घटनाओं का हवाला दिया, जिसके परिणामस्वरूप नवाज को प्रधानमंत्री कार्यालय और पार्टी के अध्यक्ष पद से अयोग्य ठहराया गया, और कहा कि उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सोमवार को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. इसी के साथ उनके बड़े भाई और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ एक बार फिर से सत्तारूढ़ दल की कमान संभालेंगे. हालांकि इसको लेकर औपचारिक ऐलान होना अभी बाकी है.
पीएमएल-एन महासचिव को संबोधित अपने इस्तीफे पत्र में शहबाज शरीफ ने 2017 की उथल-पुथल वाली घटनाओं का हवाला दिया, जिसके परिणामस्वरूप नवाज को प्रधानमंत्री कार्यालय और पार्टी के अध्यक्ष पद से अयोग्य ठहराया गया, और कहा कि उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
शहबाज़ ने कहा कि उनके भाई ने उन्हें प्रतिकूल परिस्थितियों में पार्टी अध्यक्ष पद संभालने की ज़िम्मेदारी सौंपी थी और कहा कि यह एक कर्तव्य था जिसे उन्होंने अत्यंत समर्पण और ईमानदारी से निभाया. उन्होंने कहा, "हालांकि, मुझे पता है कि इस भूमिका को हमेशा एक विश्वास के रूप में देखा गया है."
उन्होंने 29 नवंबर को इस्लामाबाद हाईकोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए कहा, "हाल के घटनाक्रमों से मैं बहुत उत्साहित हूं, जिसने हमारे नेता को गरिमा के साथ दोषमुक्त कर दिया है, उनकी बेदाग अखंडता और हमारे राष्ट्र की सेवा के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि की है."
शहबाज ने कहा, "इन घटनाक्रमों और हमारे प्रिय नेता के दृढ़ मार्गदर्शन के आलोक में मेरा मानना है कि मोहम्मद नवाज शरीफ के लिए पीएमएल-एन के अध्यक्ष के रूप में अपनी सही जगह फिर से शुरू करने का समय आ गया है. हमारी पार्टी के सिद्धांतों के प्रति कर्तव्य की गहरी भावना और श्रद्धा के साथ मैं अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा दे रहा हूं."
बता दें कि 2017 में, सुप्रीम कोर्ट ने विदेश में जमा उनकी अवैध संपत्ति के बारे में पनामा पेपर्स खुलासे से संबंधित मामलों में कथित भ्रष्टाचार के लिए नवाज को प्रधानमंत्री और पार्टी अध्यक्ष के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया था. अयोग्य ठहराए जाने के बाद उन्होंने पार्टी के भीतर अपना पद छोड़ दिया, जिसके कारण उन्हें प्रधानमंत्री पद से भी हटना पड़ा.

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