
पाकिस्तान ने कहां छुपा रखे हैं अपने परमाणु हथियार? सैटेलाइट तस्वीरों से हो गया खुलासा
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पाकिस्तान के पास भले ही खाने के लिए न हो लेकिन वह तेजी से अपने परमाणु क्षमता का विस्तार कर रहा है चाहे वो परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ाने की बात हो या फिर उन्हें लॉन्च करने में इस्तेमाल होने वाले लॉन्चरों की. पाकिस्तान ने अपने परमाणु हथियारों के संबंध में बेहद सीमित जानकारी साझा की लेकिन एक रिपोर्ट में उसके परमाणु हथियारों को लेकर कई बातों का खुलासा हुआ है.
'अगर भारत परमाणु बम बनाता है तो हम भले ही घास-पत्ते खा लेंगे, भूखे भी रह जाएंगे लेकिन अपना परमाणु बम जरूर बनाएंगे', पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने साल 1965 में अपने शासनकाल में परमाणु बम बनाने का ऐलान किया था. लेकिन इस सपने के साकार होने में तीन दशक से अधिक का समय लग गया और दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक, पाकिस्तान के लिए चोरी और जासूसी का एक गुप्त नेटवर्क आखिरकार उस बम को बनाने में कामयाब रहा.
भू-राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान वैश्विक राजनीतिक व्यवस्था में, पाकिस्तान एक वास्तविक परमाणु शक्ति संपन्न देश है जिसने परमाणु अप्रसार संधि ढांचे के बाहर अपना परमाणु कार्यक्रम विकसित किया है. इसके लिए उसने 'भीख मांगो, उधार लो, या चोरी करो', फिर भी परमाणु बम बनाओ का रास्ता अपनााया.
परमाणु हथियारों के प्रसार के एक प्रमुख विशेषज्ञ गैरी मिलहोलिन का कहना है कि चीन की मदद के बिना पाकिस्तान के परमाणु बम का अस्तित्व नहीं होता.
11 सितंबर को परमाणु वैज्ञानिकों के बुलेटिन में '2023 पाकिस्तान न्यूक्लियर हैंडबुक' शीर्षक से प्रकाशित एक विशेष रिपोर्ट का मानना है कि पाकिस्तान के पास लगभग 170 परमाणु हथियारों का भंडार है. पाकिस्तान ने अपने परमाणु बमों के निर्माण और रखरखाव को लेकर सार्वजनिक रूप से बेहद सीमित जानकारी दी है. फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स में परमाणु सूचना प्रोजेक्ट के रिसर्चर एलियाना जोन्स और मैट कोर्डा वैज्ञानिक ने पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम की अधिक जानकारी हासिल करने के लिए सैटेलाइट से प्राप्त तस्वीरों के आधार पर एक विशेष रिपोर्ट तैयार की है.
पाकिस्तान के परमाणु की रूपरेखा को समझने के लिए इंडिया टुडे OSINT टीम ने हैंडबुक के लेखक और परमाणु सूचना प्रोजेक्ट के वरिष्ठ शोधकर्ता मैट कोर्डा से बात की.
भारत पाकिस्तान के परमाणु भंडार लगभग एक बराबर लेकिन....

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