नौकरी के लिए तरसते नौजवान: कितना ग़हरा है भारत का बेरोज़गारी संकट?
BBC
भारत में बेरोज़गारी इस समय अपने शीर्ष स्तर पर है, ये संकट कितना ग़हरा है और इसका समाधान क्या है?
पिछले सप्ताह क़ानून की डिग्री लेने वाले एक छात्र ने ड्राइवर की नौकरी के लिए आवेदन दिया.
मध्य प्रदेश में कम योग्यता वाले 15 सरकारी पदों पर नौकरी के लिए दस हज़ार से अधिक उम्मीदवार साक्षात्कार देने पहुंच गए. जितेंद्र मौर्य भी उनमें शामिल थे.
इनमें से अधिकतर ऐसे थे जो नौकरी की ज़रूरत से ज़्यादा योग्य थे.
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इनमें इंजीनियर, एमबीए डिग्री धारक और जितेंद्र मौर्य जैसे युवा थे जो जज बनने की तैयारी कर रहे हैं.
एक समाचार नेटवर्क से बात करते हुए मौर्य कहते हैं, "हालात ऐसे हैं कि कई बार मेरे पास किताब ख़रीदने के पैसे भी नहीं होते. तो मैंने सोचा कि यहां मुझे कुछ काम मिल जाएगा."
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