
नेतन्याहू ने ऐसा क्या कहा कि भड़क गए मुस्लिम देश? सऊदी अरब के सुर में सुर मिलाकर इजरायल को कोसा
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बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायल की विस्तारवादी नीति का समर्थन करते हुए कहा कि वो 'ग्रेटर इजरायल' के दृष्टिकोण से बहुत जुड़े हुए हैं. उनके इस बयान पर सऊदी अरब समेत सभी मुस्लिम देश भड़क गए हैं और बयान जारी कर अपनी नाराजगी जता रहे हैं.
अरब देशों और क्षेत्रीय मुस्लिम संगठनों ने बुधवार को सऊदी अरब के साथ मिलकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के 'ग्रेटर इजरायल' को समर्थन देने वाली टिप्पणी की कड़ी निंदा की है. सऊदी अरब ने कहा कि नेतन्याहू का यह बयान देशों की संप्रभुता का घोर उल्लंघन है तथा क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक शांति के लिए खतरा पैदा करता है.
मंगलवार को i24 न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में नेतन्याहू ने कहा कि वो 'ग्रेटर इजरायल' के दृष्टिकोण से बहुत जुड़े हुए हैं. ग्रेटर इजरायल शब्द इजरायली क्षेत्र की विस्तारवादी अवधारणा को बताता है जिसमें पूर्वी येरुशलम, पश्चिमी तट, गाजा, सिनाई प्रायद्वीप, गोलान हाइट्स और अन्य पड़ोसी अरब देशों के कुछ हिस्से शामिल हैं.
इसकी अवधारणा नील नदी से फरात नदी तक फैली हुई है जिसमें इजरायल का मंसूबा लेबनान से सऊदी अरब के विशाल रेगिस्तान, भूमध्य सागर से फरात नदी (इराक) को अपने में मिलाने का है.
ग्रेटर इजरायल की अवधारणा लंबे समय से चली आ रही है जिसका अरब देश भारी विरोध करते हैं. और अब नेतन्याहू ने ग्रेटर इजरायल की बात करके सऊदी अरब समेत अन्य अरब देशों को भड़का दिया है. नेतन्याहू ने ग्रेटर इजरायल की बात ऐसे वक्त में की है जब वो फिलिस्तीनियों के शहर गाजा पर पूर्ण कब्जे की तैयारी में हैं.
नेतन्याहू की टिप्पणी पर सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इजरायल की विस्तारवादी नीति को पूरी तरह से खारिज करता है. मंत्रालय ने यह भी कहा कि फिलिस्तीनी लोगों को प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय कानूनों के आधार पर अपनी जमीन पर एक स्वतंत्र, संप्रभु राज्य स्थापित करने का ऐतिहासिक और कानूनी अधिकार है.

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