
दुर्लभ बीमारीः महिला के कान में TB, 10 लाख में 5 मामले आते हैं सामने
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एक महिला को दशकों के संक्रमण के बाद पता चला कि उसके कान में एक खास तरह की बीमारी हो गई है. इस बीमारी को टर्की ईयर (Turkey Ear) कहते हैं. यह टीबी यानी ट्यूबरक्यूलोसिस (Tuberculosis) की वजह से होती है. नई बात ये है कि टीबी से सिर्फ फेफड़े में संक्रमण नहीं होता, ये त्वचा को भी संक्रमित कर सकती है. इसलिए इस 50 वर्षीय महिला का कान एपल जेली की तरह हो गया था. आइए जानते हैं इस बीमारी के बारे में...
एक महिला को दशकों के संक्रमण के बाद पता चला कि उसके कान में एक खास तरह की बीमारी हो गई है. इस बीमारी को टर्की ईयर (Turkey Ear) कहते हैं. यह टीबी यानी ट्यूबरक्यूलोसिस (Tuberculosis) की वजह से होती है. नई बात ये है कि टीबी से सिर्फ फेफड़े में संक्रमण नहीं होता, ये त्वचा को भी संक्रमित कर सकती है. इसलिए इस 50 वर्षीय महिला का कान एपल जेली की तरह हो गया था. आइए जानते हैं इस बीमारी के बारे में...(सांकेतिक फोटोःगेटी) महिला को त्वचा में ट्यूबरक्यूलोसिस का पता 50 की उम्र में चला. इसकी वजह से उसका कान कई दशकों से फूला हुआ था. आकार बड़ा हो गया था. इसमें कान का रंग एपल जेली (Apple Jelly) जैसा हो जाता है. त्वचा लाल, उबड़-खाबड़ और कठोर हो जाती है. JAMA डर्मेटोलॉजी पत्रिका में 3 मार्च को छपी रिपोर्ट के अनुसार- महिला के कान में संक्रमण उसके बचपन से ही शुरू हो गया था. ये समय के साथ बढ़ता गया. इसके बाद कान फूल कर भूरे-लाल रंग का हो गया. (फोटोःगेटी) 2013 में इंफेक्शंस डिजीज इन क्लीनिकल प्रैक्टिस मैगजीन में छपी रिपोर्ट के अनुसार एपल जैली उभरे हुए नोड्यूल को बताता है, जो छूने पर चिपचिपे लगते है. महिला मानती है कि वो घाव उसको बचपन से ही था लेकिन धीरे-धीरे बढ़ता चला गया. कान से बदबूदार तरल पदार्थ लीक होने लगा. (फोटोःगेटी)
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