ताजमहल केस : 'पहले एमए-पीएचडी कीजिए...',हाईकोर्ट से फटकार सुनने वाले कौन हैं डॉक्टर रजनीश सिंह
AajTak
Taj Mahal case : ताजमहल के 22 कमरों को खोलने की याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है. अब इस मामले को याचिकाकर्ता डॉक्टर रजनीश सिंह सुप्रीम कोर्ट ले जाने की तैयारी कर रहे हैं.
ताजमहल के 22 कमरे खुलवाने पहुंचे याचिकाकर्ता डॉक्टर रजनीश को कड़ी फटकार सुननी पड़ी है. हाईकोर्ट ने आज उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि कल को आप कहेंगे कि माननीय जज के चैंबर में जाना है. जस्टिस डीके उपाध्याय और जस्टिस सुभाष विद्यार्थी की बेंच ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि क्या आप मानते हैं कि ताजमहल को शाहजहां ने नहीं बनाया है? क्या हम यहां कोई फैसला सुनाने आए हैं? जैसे कि इसे किसने बनवाया या ताजमहल की उम्र क्या है?
हाईकोर्ट ने कहा कि आपको जिस टॉपिक के बारे में पता नहीं है, उस पर रिसर्च कीजिए, एमए-पीएचडी कीजिए, अगर आपको कोई संस्थान रिसर्च नहीं करने देता है तो हमारे पास आइए. साथ ही सवाल किया आपने 22 कमरों के बारे में जानकारी किससे मांगी है. इसके साथ ही कोर्ट ने पूछा कि बंद कमरों की जानकारी मांगने वाले आप कौन हैं. फिलहाल इस हाईकोर्ट से यह याचिका खारिज कर दी है.
कौन हैं डॉक्टर रजनीश सिंह याचिकाकर्ता डॉक्टर रजनीश सिंह ने बैचलर ऑफ डेंटल साइंस(BDS) की पढ़ाई लखनऊ के सरदार पटेल डेंटल कॉलेज से की है. रजनीश अयोध्या के रहने वाले हैं और पिछले 2 सालों से बीजेपी जिला मीडिया प्रभारी हैं. याचिकाकर्ता रजनीश सिंह का कहना है कि अब वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा अब खटखटाएंगे. उनका कहना है कि मैंने सिर्फ यह याचिका डाली थी कि जो 22 कमरे में बंद है उसको खोल दिया जाए ताकि जो भ्रांतियां हैं वह सामने आ सकें और जो विवाद है वह हमेशा के लिए खत्म हो जाए.
आज तक से बातचीत में रजनीश ने कहा कि न्याय पाना हर नागरिक का अधिकार है. हाईकोर्ट ने जो कहा वह शिरोधार्य, लेकिन हम सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे. उससे पहले संबंधित विभागों से भी इस मामले में जानकारी मांगी जाएगी.
क्या है मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में एक मामला दर्ज किया गया था, जिसमें कहा गया कि ताजमहल के 22 कमरे खोले जाएं ताकि मालूम चल सके कि उसके भीतर देवी-देवताओं की मूर्तियां और शिलालेख हैं या नहीं.
Exit Poll: ममता और बसपा का एकला चलो, BRS का सफाया... 5 सियासी फैक्टर जो मोदी की हैट्रिक की सीढ़ी बने
एग्जिट पोल में तीसरी बार मोदी सरकार के अनुमान जताए गए हैं. इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में एनडीए को 361 से 401 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. पांच पॉइंट में समझिए वो सियासी फैक्टर जो एग्जिट पोल में पीएम मोदी की हैट्रिक की सीढ़ी बनते दिख रहे हैं.
दिल्ली में सियासी हलचल तेज हो गई है. राहुल गांधी कांग्रेस के मुख्यालय पहुंच चुके हैं और नीतीश कुमार पटना से दिल्ली आ रहे हैं. एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आए हैं, इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने 295 सीटों का अपना एग्जिट पोल दिया था. राहुल गांधी और नीतीश कुमार द्वारा दिल्ली में अपनी उपस्थिति और सियासी हलचल ने राजनीतिक दलों के बीच तनाव बढ़ा दिया है.
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया कि बिहार में महागठबंधन 25 से ज्यादा सीटें हासिल करेगा. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने बेरोजगारी, भुखमरी, गरीबी, महंगाई से आजादी के लिए वोट किया है. उन्होंने यह भी कहा कि जनता का जनसैलाब तेजस्वी यादव के लिए प्यार दिखा रहा था. विरोधी दो दिन तक खुशफहमी में जी लें.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को लेकर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को प्रधानमंत्री मोदी का पोल बता दिया और उसे पूरी तरह से नकार दिया. राहुल गांधी ने दावा किया कि 'इंडिया गठबंधन' को 295 सीटें मिल रही हैं. सिद्धू मूसेवाला का गाने 295 जितनी हमारी सीटें आएंगी.
बैठक में खड़गे पार्टी उम्मीदवारों को 4 जून को काउंटिंग के दौरान एहतियात बरतने को लेकर दिशा निर्देश देंगे. मीटिंग में अध्यक्ष खड़गे के अलावा राहुल गांधी, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल भी मौजूद हैं. कांग्रेस ने यह बैठक ऐसे समय पर बुलाई है जब एक दिन पहले ही अंतिम दौर का मतदान पूरा होने के बाद एग्जिट पोल्स के नतीजे आए हैं.
देश में 543 लोकसभा सीटें हैं. इंडिया टुडे और एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, इस बार NDA को 361 से 401 सीटें मिल सकती हैं. जबकि INDIA ब्लॉक को 131 से 166 सीटें मिलने की उम्मीद है. पांच राज्य ऐसे हैं, जहां अनुमानों में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है. इनमें आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल का नाम शामिल है.