
जेट एयरवेज: जालान और गुप्ता ब्रदर्स को सिक्योरिटी क्लियरेंस मिलना मुश्किल, DGCA ने उठाए अहम सवाल
Zee News
Zee News के खुलासे के बाद DGCA ने जेट एयरवेज के मामले में NCLT में हलफनामा दायर किया. इस हलफनामे में कहा गया है कि अगर NCLT की तरफ से जेट एयरवेज को खरीदने के लिए किसी रेजोल्यूशन प्लान को मंजूरी मिल भी जाती है तो उसे तब तक पूरा नहीं माना जाएगा, जब तक भारत सरकार की तरफ से उसे सिक्योरिटी क्लियरेंस नहीं मिल जाता.
(अमित प्रकाश/ब्रजेश कुमार) मुंबई/नई दिल्ली: जमीन पर खड़े जेट एयरवेज के विमान फिर से उड़ान भरेंगे, ऐसी उम्मीदें जताई जा रही हैं. लेकिन ये तभी संभव है जब बोली लगाने वाले को National Company Law Tribunal यानी NCLT की मंजूरी मिल जाए. मुरारी लाल जालान की कंपनी जालान कैलरॉक कंसोर्टियम ने जेट एयरवेज को टेकओवर करने के लिए रेजोल्यूशन प्लान CoC यानी Committee Of Creditors (लेनदारों) को सौंपा था. CoC ने इसे मंजूरी भी दे दी. अब ये मामला NCLT के पास है. Zee News ने दस्तावेजों के आधार पर ये खुलासा किया कि मुरारी लाल जालान के पीछे साउथ अफ्रीका के चर्चित गुप्ता ब्रदर्स हैं, जिनपर वहां धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के संगीन आरोप हैं. गुप्ता ब्रदर्स साउथ अफ्रीका छोड़कर भाग गए हैं और खबर है कि वो इस वक्त उज्बेकिस्तान के ताशकंद में हैं, जबकि उनका परिवार दुबई में है. Zee News के पास वो दस्तावेज भी हैं जो बताते हैं कि जालान परिवार और गुप्ता परिवार के बीच पारिवारिक और व्यापारिक संबंध हैं.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









