
जरदारी फिर बनेंगे पाकिस्तान के राष्ट्रपति, जानिए 'मिस्टर 10 परसेंट' के नाम से क्यों हुए थे बदनाम
AajTak
आसिफ अली जरदारी 2008 में पहली बार पाकिस्तान के राष्ट्रपति बने. उस समय पाकिस्तान के अखबारों में छपा था कि मिस्टर टेन परसेंट देश के नए राष्ट्रपति बने हैं. पाकिस्तान मीडिया में उस समय खूब सुर्खियां आई थी कि जरदारी पाकिस्तान सरकार में किसी भी प्रोजेक्ट को मंजूरी दिलवाने के लिए 10 फीसदी कमीशन की मांग करते हैं.
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के वरिष्ठ नेता आसिफ अली जरदारी एक बार फिर पाकिस्तान के राष्ट्रपति बनने के लिए तैयार हैं. देश में नौ मार्च को राष्ट्रपति चुनाव होंगे, जिसमें जरदारी का जीतना तय है. यह दूसरा मौका है, जब जरदारी देश के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. ऐसे में जरदारी के भुट्टो परिवार से जुड़ने और पाक मीडिया में मिस्टर टेन परसेंट के नाम से पहचाने जाने वाले जरदारी का इतिहास खंगालने की जरूरत है.
आसिफ अली जरदारी का जन्म 1955 में सिंध में हुआ था. उनकी पढ़ाई-लिखाई कराची में हुई. शुरुआत में उनकी छवि प्लेबॉय की थी. लेकिन उनका राजनीतिक सफर 1983 में शुरू हुआ. उस समय उन्होंने नवाबशाह से डिस्ट्रिक्ट काउंसिल की सीट पर चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. यह हार इतनी करारी थी कि उन्होंने जल्द ही राजनीति को अलविदा कह दिया.
बेनजीर भुट्टो से शादी जिंदगी का Turning Point
लेकिन 1987 में जरदारी की शादी बेनजीर भुट्टो से हुई. आलम ये था कि बेनजीर उस समय लोकप्रिय थी. वह उस समय पाकिस्तान में सत्ता विरोधी आंदोलन का चेहरा थीं. वह अगले ही साल देश की प्रधानमंत्री भी बन गईं. लेकिन उनकी तुलना में जरदारी को कम ही लोग जानते थे. लेकिन उनके भीतर ताकत और वर्चस्व की चाह कूट-कूटकर भरी थी. ऐसे में उन्होंने शुरुआत में पर्यावरण मंत्रालय अपने हाथ में ले लिया और फिर धीरे-धीरे कई अन्य मंत्रालयों की अगुवाई करने लगे. यहीं से उनके भ्रष्टाचार का खेल भी शुरू हुआ. जो भी बेनजीर भुट्टो सरकार के साथ बिजनेस करना चाहता था, कहा जाता है कि जरदारी उससे पहले 10 फीसदी कमीशन तय कर लेते थे. इस दौरान सरकार से जुड़े कई मामलों में जरदारी पर घोटाले के आरोप लगने लगे. इस तरह वह पाकिस्तान की राजनीति में 'मिस्टर 10 परसेंट' के नाम से पहचाने जाने लगे.
'जब अखबारों में छपा मिस्टर टेन परसेंट देश के राष्ट्रपति'
आसिफ अली जरदारी 2008 में पहली बार पाकिस्तान के राष्ट्रपति बने. उस समय पाकिस्तान के अखबारों में छपा था कि मिस्टर टेन परसेंट देश के नए राष्ट्रपति बने हैं. पाकिस्तान मीडिया में उस समय खूब सुर्खियां आई थी कि जरदारी पाकिस्तान सरकार में किसी भी प्रोजेक्ट को मंजूरी दिलवाने के लिए 10 फीसदी कमीशन की मांग करते हैं.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







