
जम्मू-कश्मीर: कठुआ हत्याकांड की जांच के लिए पुलिस टीम गठित, हर पहलू की होगी पड़ताल
AajTak
वरुण सिंह (15), उनके मामा योगेश सिंह (32) और मामा दर्शन सिंह (40) के शव शनिवार को कठुआ के ऊंचे इलाकों में मल्हार इलाके के ईशू नाले से बरामद किए गए. तीनों 5 मार्च को एक शादी समारोह के दौरान लापता हो गए थे. जम्मू-कठुआ-सांबा रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक शिव कुमार ने कहा कि मामले के सभी पहलुओं की जांच की जाएगी और जांच के नतीजे जल्द ही जनता के साथ साझा किए जाएंगे.
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के सुदूर वन क्षेत्र में झरने के पास मिले तीन लोगों के शवों की जांच के लिए एक टीम गठित की गई है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. जम्मू-कठुआ-सांबा रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक शिव कुमार ने कहा कि मामले के सभी पहलुओं की जांच की जाएगी और जांच के नतीजे जल्द ही जनता के साथ साझा किए जाएंगे.
वरुण सिंह (15), उनके मामा योगेश सिंह (32) और मामा दर्शन सिंह (40) के शव शनिवार को कठुआ के ऊंचे इलाकों में मल्हार इलाके के ईशू नाले से बरामद किए गए. तीनों 5 मार्च को एक शादी समारोह के दौरान लापता हो गए थे. कठुआ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शोभित सक्सेना और अतिरिक्त उपायुक्त विनय खोसला के साथ डीआईजी ने मल्हार, मलाड, मरहून, देओटा और बिलावर के आसपास के इलाकों के प्रदर्शनकारी स्थानीय लोगों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा.
पीटीआई के मुताबिक उप महानिरीक्षक कुमार ने बिलावर में संवाददाताओं से कहा, "मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की गई है, जबकि लोगों को सुरक्षित महसूस कराने के लिए ग्राम रक्षा गार्ड (वीडीजी) को मजबूत किया जाएगा. सुरक्षा ग्रिड का हिस्सा बनने के इच्छुक लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. सेना और अर्धसैनिक बलों के साथ-साथ कई पुलिस और विशेष अभियान समूह (एसओजी) के जवान पहले से ही इलाके की सुरक्षा के लिए मौजूद हैं. टीमें मामले के हर पहलू पर काम कर रही हैं और (स्थिति पर) कड़ी नजर रख रही हैं. हमें उम्मीद है कि जल्द ही नतीजे सबके सामने होंगे."
उन्होंने कहा कि वास्तव में क्या हुआ, यह जांच का विषय है और जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, जानकारी साझा की जाएगी. इस बीच, कठुआ के एक अस्पताल में विशेष रूप से गठित डॉक्टरों की टीम ने मृतक का पोस्टमार्टम किया और शवों को अंतिम संस्कार के लिए उनके परिजनों को सौंप दिया. शव रविवार देर शाम मृतकों के घर पहुंचे और सोमवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

उत्तर भारत में घने कोहरे ने एक बार फिर हवाई यातायात की रफ्तार रोक दी है. दिल्ली समेत कई एयरपोर्ट्स पर बेहद कम दृश्यता के कारण इंडिगो एयरलाइन की कई उड़ानें प्रभावित हुई हैं. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ फ्लाइट्स रद्द की गईं, जबकि कई में देरी हुई है. एयरलाइन ने यात्रियों को फ्लाइट स्टेटस लगातार चेक करने की सलाह दी है.

1965 की भारत-पाकिस्तान की लड़ाई में अनुकूल परिस्थितियों के बावजूद सरकार ने सेना की विजयी बढ़त को रोक दिया था. गुरु गोलवलकर सरकार के इस फैसले से बेहद दुखी हुए. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पाकिस्तान को सबक सिखाने और उसकी कमर तोड़ने का इतना सुनहरा मौका गंवाना एक बड़ी भूल थी. पीएम शास्त्रीजी ने गोलवलकर की नाराजगी पर क्या कहा. RSS के 100 सालों के सफर की 100 कहानियों की कड़ी में आज पेश है वही कहानी.

दिल्ली-NCR में सर्दियों का प्रदूषण अदृश्य महामारी बन चुका है. PM2.5 जैसे बारीक कण फेफड़े, दिल, दिमाग को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिससे हर साल लाखों मौतें होती हैं. ये भारत का सबसे बड़ा स्वास्थ्य खतरा है. अरबों रुपये का आर्थिक नुकसान भी है. मौसम के बदलने से कभी सुधार होता है, लेकिन फिर वही हालत हो जाती है. क्या करें सरकार, समाज और हम?










