
'जब नशे में धुत प्रिंस ने...',सऊदी अरब ने इस कारण लगाया था शराब पर बैन, अब क्यों हटा रहा?
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इस्लामिक देश सऊदी अरब ने 1952 से शराब पर लगे प्रतिबंध को हटाने का फैसला किया है. हालांकि, इसे बड़े ही नियंत्रित तरीके से हटाया जा रहा है. सऊदी अरब में अब 2026 से कुछ स्थानों पर शराब बेचने और खरीदने पर पाबंदी नहीं रहेगी.
इस्लामिक देश सऊदी अरब ने शराब बेचने और पीने पर लगी पाबंदी को हटाने की घोषणा की है. एक्स्पो 2030 और फीफा वर्ल्ड कप 2034 जैसे अंतरराष्ट्रीय इंवेंट्स की तैयारी कर रहे किंगडम ने शराब से बैन हटाने का फैसला किया है जिसके तहत 2026 से देश में शराब की नियंत्रित खरीद और बिक्री की अनुमति होगी.
पाबंदी हटने के बाद सऊदी अरब में शराब की बिक्री कुछ इलाकों तक सीमित होगी. शराब किंगडम के 600 जगहों पर बेची जाएगी जिसमें मुख्य रूप से पर्यटकों के लिए बनाए गए लग्जरी होटल्स, रिजॉर्ट्स और पर्यटन स्थल शामिल होंगे. सऊदी अरब का नया बन रहा नियोम शहर, सिंदाला और रेड सी प्रोजेक्ट ऐसे कुछ स्थान हैं, जहां शरीब बेचने की इजाजत होगी.
सऊदी अरब में केवल बीयर, वाइन और साइडर जैसे एल्कोहलिक ड्रिंक्स को बेचने की इजाजत होगी. जिन ड्रिंक्स में एल्कोहल की मात्रा ज्यादा होती है, उनकी बिक्री पर फिलहाल पाबंदी रहेगी. इसके साथ ही घरों, दुकानों या सार्वजनिक जगहों पर शराब की इजाजत नहीं होगी और व्यक्तिगत तौर पर शराब का उत्पादन भी बैन रहेगा.
सऊदी अरब ने बेहद सोच-समझकर और कड़े नियमों के साथ शराब से बैन हटाया है जिसमें लाइसेंस प्राप्त जगहों और अच्छी तरह से प्रशिक्षित स्टाफ को ही शराब परोसने की इजाजत होगी.
सऊदी अरब ने 73 सालों बाद क्यों हटाया शराब पर लगा प्रतिबंध?
सऊदी अरब में 1952 से ही शराब पर पाबंदी लगी है लेकिन 73 सालों बाद किंगडम ने इस सख्त पाबंदी को हटा दिया है. इस पाबंदी को हटाने के पीछे सऊदी अरब के वास्तविक शासक क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) की सोच है जिसके तहत वो सऊदी की रुढ़िवादी इस्लामिक छवि को बदलकर देश में पर्यटन और निवेश को बढ़ावा देना चाहते हैं.

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