
चीन के अड़ियल रुख पर भारत की दो टूक, LAC पर फिर नहीं बनी बात
Zee News
ये भारत की तरफ से चीन को लेकर अब तक का सबसे सख्त बयान है, जिसमें भारतीय सेना ने कहा है कि चीन, भारतीय इलाकों को खाली करने पर राजी नहीं है. दूसरी तरफ चीन ने भी ऐसा ही एक बयान दिया है और कहा है कि भारत अपनी अनुचित मांगों पर अड़ा हुआ है.
नई दिल्ली: आज सबसे पहले हम आपको एक चिंताजनक खबर बताएंगे. वो ये है कि अब भारत और चीन के संबंधों में एक खतरनाक मोड़ आ गया है. रविवार को दोनों देशों के बीच चल रहे सीमा विवाद पर 13वें राउंड की मीटिंग हुई और इस मीटिंग के बाद भारतीय सेना ने जो बयान जारी किया है उससे ऐसा लगता है कि अब भारत को चीन पर विश्वास नहीं रहा.
ये भारत की तरफ से चीन को लेकर अब तक का सबसे सख्त बयान है, जिसमें भारतीय सेना ने कहा है कि चीन, भारतीय इलाकों को खाली करने पर राजी नहीं है. दूसरी तरफ चीन ने भी ऐसा ही एक बयान दिया है और कहा है कि भारत अपनी अनुचित मांगों पर अड़ा हुआ है. आज चीन के सरकारी मीडिया ने भारत को धमकी दी है कि अगर उसने युद्ध शुरू किया तो भारत की हार निश्चित है और चीन इस मामले में किसी भी अंतरराष्ट्रीय दबाव को नहीं मानेगा. इसलिए आज हम आपको इस विवाद के बारे में पूरी जानकारी देंगे.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









