चीन और पाकिस्तान ने मिलकर हजारों को किया तबाह, ग्वादर में धरने पर महिलाएं
Zee News
जब 2002 में ग्वादर बंदरगाह का उद्घाटन किया गया था तो लोगों को बताया गया कि ये परियोजनाएं प्रांत को ही नहीं, बल्कि पूरे पाकिस्तान को बदल देंगी.
नई दिल्लीः पाकिस्तान के ग्वादर में बुधवार को 17वें दिन भी महिलाओं और बच्चों समेत हजारों लोगों ने स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने और 'ट्रॉलर माफिया' को खत्म करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी रखा. यह जानकारी डॉन की रिपोर्ट में दी गई.
धरना जारी रखने की धमकी जमात-ए-इस्लामी के एक स्थानीय नेता मौलाना हिदायत-उर-रहमान के नेतृत्व में चल रहे ग्वादर को हुकूक दो तहरीक (ग्वादर आंदोलन को अधिकार दें) में ग्वादर, तुर्बत, पिश्कन, जमरान, बुलेदा, ओरमारा और पासनी के प्रदर्शनकारी हिस्सा ले रहे हैं. उन्होंने मांगें पूरी होने तक धरना जारी रखने का संकल्प लिया है.
हत्या की एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे सुन हर कोई हैरान-परेशान है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो एक 28 वर्षीय शख्स ने अपनी 26 वर्षीय पत्नी की क्रूरता से चाकू मारकर हत्या कर दी. इसके बाद उसके मृत शरीर को 200 से अधिक टुकड़ों में काट दिया और उन टुकड़ों को अपने दोस्त की मदद से नदी में बहा दिया. इसके लिए उसने अपने दोस्त को 5000 रुपये भी दिए.
द गार्जियन ने भारत और पाकिस्तान के कुछ खुफिया कर्मचारियों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों की टारगेटेड किलिंग करवाई. हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे 'झूठा और दुर्भावनापूर्ण भारत विरोधी प्रचार'बताया. मंत्रालय ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के पिछले खंडन पर जोर दिया कि अन्य देशों में टारगेटेड किलिंग 'भारत सरकार की नीति के अनुरूप नहीं थीं.'