
चार लेयर की सिक्योरिटी, 300 पुलिसकर्मी... मस्जिद की किले जैसी सुरक्षा तोड़ी, पेशावर में फिदायीन हमलावार ने ली 61 जान
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सोमवार दोपहर को पेशावर में हुए आतंकी हमले का खौफनाक मंजर दिल दहलाने वाला है. अबतक 61 लोग मारे जा चुके हैं. टीटीपी ने इस हमले की जिम्मेदारी लेकर पाकिस्तान सरकार को बड़ी चुनौती पेश कर दी है. बड़ा सवाल ये है कि ये फिदायीन 300 पुलिसकर्मियों को चकमा देकर, 4 लेयर की सिक्योरिटी को तोड़कर मस्जिद के अंदर पहुंचा कैसे?
पाकिस्तान के मस्जिद में हुए फिदायीन हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने ले ली है. इस हमले में अबतक 61 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 150 से ज्यादा लोग जख्मी है. इस हमले की डिटेल खौफ पैदा करने वाली है. सोमवार को दोपहर बाद लगभग 1.40 बजे पेशावर के बेहद सुरक्षित माने जाने वाले इलाके में एक मस्जिद खचाखच भरी हुई थी. दोपहर के बाद का नमाज जोहर चल रहा था.
नमाजियों में स्थानीय लोग तो थे ही पुलिस, सेना, बम निरोधक दस्ते के जवान भी शामिल थे. लोग कतारबद्ध होकर नमाज पढ़ रहे थे. तभी नमाजियों में पहली कतार में शामिल एक शख्स ने एक हरकत की और कानों को बहरा कर देने वाला एक धमाका हुआ. यही शख्स फिदायीन हमलावर था जो धमाके के साथ ही चिथड़े-चिथड़े हो गया.
हमलावर पुलिसकर्मियों और सुरक्षा अधिकारियों को निशाना बनाना चाहते थे. मरने वालों में ज्यादातर पुलिसकर्मी और सुरक्षाकर्मी ही शामिल हैं.
उमर खालिद खुरासनी से जुड़ा लिंक
पाकिस्तानी सेना के हाथों मारे गए टीटीपी कमांडर उमर खालिद खुरासनी के भाई ने दावा किया कि ये हमला उसकी भाई की हत्या का बदला था. उमर खालिद खुरासनी की मौत अगस्त 2022 में अफगानिस्तान में तब हुई थी जब उसकी कार को निशाना बनाकर एक धमाका किया गया था. इसमें खुरासनी समेत 3 लोग मारे गए थे.
मस्जिद में घुसे पेशावर के एसपी और हुआ धमाका

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