
'चंद्रयान की तरह हैं भारत-अमेरिका के संबंध, चांद और उससे भी परे पहुंचेंगे', बोले विदेश मंत्री एस जयशंकर
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अमेरिकी दौरे पर गए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारत और अमेरिका के संबंध अब तक के उच्चतम स्तर पर हैं. वाशिंगटन में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा जयशंकर ने कहा कि ये द्विपक्षीय संबंध चंद्रयान की तरह चांद पर और उससे भी परे पहुंचेंगे.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारत-अमेरिका के संबंध अब तक के उच्चतम स्तर पर हैं और मोदी सरकार इसे एक अलग स्तर पर ले जा रही है. उन्होंने कहा कि चंद्रयान की तरह, द्विपक्षीय संबंध चंद्रमा और उससे भी आगे तक जाएंगे. जयशंकर ने शनिवार वाशिंगटन में भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित 'सेलिब्रेटिंग कलर्स ऑफ फ्रेंडशिप' कार्यक्रम में भाग लिया और अमेरिका के विभिन्न हिस्सों से इंडिया हाउस में एकत्र हुए सैकड़ों भारतीय-अमेरिकियों को संबोधित किया.
अमेरिका की जमकर की तारीफ
यहां सैकड़ों भारतीय-अमेरिकियों को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा, ‘आज एक स्पष्ट संदेश है कि हमारा रिश्ता अब तक के उच्चतम स्तर पर है, लेकिन जैसा कि अमेरिका में कहा जाता है कि आपने अभी तक कुछ भी नहीं देखा है, हम इन संबंधों को एक अलग स्तर, एक अलग जगह ले जाने वाले हैं. जयशंकर ने कहा कि जी20 की सफलता अमेरिका के समर्थन के बिना नहीं हो सकती थी. उन्होंने कहा, “मेजबान के रूप में, जब चीजें अच्छी होती हैं, तो मेजबान को हमेशा श्रेय मिलता है. लेकिन यदि जी20 के सभी सदस्य देश इस आयोजन की सफलता के लिए काम नहीं करते, तो यह संभव नहीं था.'
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राजीव गांधी और मनमोहन सिंह का किया जिक्र
एस जयशंकर ने राजीव गांधी की अमेरिका यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, 'लोगों को 1985 में राजीव गांधी की (अमेरिका यात्रा) याद है, मैं उस समय यहां था. लोगों को 2005 में डॉ. मनमोहन सिंह की यात्रा याद है जब परमाणु समझौता हुआ था, मैं भी वहां था. लोगों को पीएम मोदी का दौरा याद है. लेकिन मैं यह कह सकता हूं, यह बिल्कुल अलग था और यदि आप मुझसे पूछें कि क्या बदल गया है, तो मैं कहूंगा कि भारत और अमेरिका पहले एक-दूसरे के साथ डील करते थे और अब वे एक-दूसरे के साथ काम करते हैं.'

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