
गाजा में युद्धविराम के बाद फूटा अंदरूनी गुस्सा... अब गृहयुद्ध का खतरा मंडराया
AajTak
13 अक्टूबर को गाज़ा में यु्द्ध विराम की शुरुआत हो गई. जिस गाजा में युद्ध को रोकने के लिए, इतना खून खराबा हुआ और जैसे ही ये युद्ध रुकने लगा, तो गाजा के अंदर ही एक नई जंग छिड़ गई है.
दो साल के भीषण गोला बारूदों की जंग के बाद गाजा में अब शांति है. गाजा के अंदर इजरायल और हमास का युद्ध तो रुक गया, लेकिन गाजा के अंदर हमास और एक कबीले के बीच नई जंग छिड़ गई है. इस भिड़ंत मे 27 लोग भी मारे गए. ट्रंप के 20 सूत्रीय गाजा प्लान के बाद भी गाजा पट्टी में दहशत है. अब मानवाधिकार संगठन गाजा के अंदर गृहयुद्ध की आशंका जता रहे हैं. अब सवाल ये है कि आगे गाजा में क्या होगा? क्या डोनाल्ड ट्रंप इस अंदरूनी जंग को भी रुकवा देंगे?
हमास और इजरायल की जंग में सिर्फ गाजा ही तबाह नहीं हुआ. बल्कि हमास के समर्थन करने वाले, हर देश पर इजरायल ने बारूद बरसाया. लेबनान में हसन नसरल्लाह को मार दिया. हिजबुल्लाह नेताओं के पेजर और वॉकी-टॉकी में एक साथ हुए धमाकों से इजरायल ने सबको चौंका दिया. हमास को पस्त करने के लिए, यमन के हूती विद्रोहियों से इज़रायल ने युद्ध लड़ा. लाल सागर में हूतियों से कई बार भीषड़ जंग हुई. इजरायल ने 28 अगस्त 2025 को ऑपरेशन लकी ड्रॉप चलाकर सना में एक उच्चस्तरीय हूती मीटिंग पर हमला किया, जिसमें हूती प्रधानमंत्री अहमद अल-रहावी समेत कई बड़े नेता मारे गए.
इजरायल ने चलाए कई ऑपरेशन
हमास को पस्त करने के लिए, इजरायल ने ईरान के खिलाफ ऑपरेशन राइजिंग लायन से तेहरान को दहलाया. ईरान के टॉप कमांडरों को मार गिराया, तो ईरान के साथ 12 दिन तक जंग भी लड़ी. हमास को पस्त करने के लिए, इजरायल ने कतर के दोहा में, हमास नेताओं के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की और 57 मुस्लिम देशों से सीधे लोहा ले लिया. गाजा में हमास को नेस्तानाबूद करने के लिए, इज़रायल के गोला-बारूद से 67000 से ज्यादा लोगों की जान चली गई, जिनमें 20,000 बच्चे शामिल हैं. दुनिया के 152 देशों के दबाव के बाद, तब कहीं डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा के लिए शांति समझौते का प्लान बनाया.
ट्रंप का इजरायल प्रेम
वो डोनाल्ड ट्रंप जिन्होंने पूरे गाजा युद्ध के दौरान इज़रायल की मदद की. इसलिए, जब युद्धविराम के बाद इज़रायली बंधक गाज़ा से लौटे, तो ट्रंप ने कहा कि उन्हें इजरायल से बहुत प्यार है और ये इससे समझ सकते हैं कि उनकी बेटी ने तो धर्म तक बदल लिया. जी हां इवांका ने यहूदी से शादी की है

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.

अब लगभग चार घंटे बाकी हैं जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर पहुंचेंगे. उनका विमान शाम 6 बजकर 35 मिनट पर दिल्ली एयरपोर्ट पर आएगा. करीब चार साल बाद पुतिन भारत आ रहे हैं, जो 2021 में भारत आने के बाद पहली बार है. इस बीच पुतिन के भारत दौरे से पहले MEA ने दोनों देशों के संबंध का वीडियो जारी किया है.

रूस के राष्ट्रपति पुतिन के गुरुवार को भारत दौरे को लेकर हलचल तेज हो चुकी है. इस बीच आजतक ने रूस में ही राष्ट्रपति पुतिन का एक्स्क्लूसिव इंटरव्यू लिया. इस दौरान उनसे अगस्त-सितंबर में चीन के तियानजिन में हुए 25वें शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के दौरान उस वायरल तस्वीर के बारे में पूछा गया, जिसमें उन्होंने वे प्रधानमंत्री मोदी के साथ कार में जाते हुए नजर आए थे. क्या था वो पूरा वाकया, जानने के लिए देखें वीडियो.

बांग्लादेश की आर्मी से रिटायर होने के बाद ब्रिगेडियर जनरल अब्दुल्लाहिल अमान आजमी का मुख्य काम भारत विरोध बन गया है. इस जनरल का मानना है कि भारत बांग्लादेश में अस्थिरता को बढ़ावा देता है. पाकिस्तान की 'ब्लीड इंडिया विद थाउजैंड कट्स' जैसी दूषित नीति से प्रभावित ये जनरल कहता है कि बांग्लादेश में तब तक शांति नहीं आ सकती, जबतक भारत के टुकड़े-टुकड़े न हो जाए.

पुतिन ने यूरोप पर अपनी नजर रखी है क्योंकि उन्हें डर है कि यूरोप शांति वार्ता को बिगाड़ सकता है. यूरोप लगातार रूस के खिलाफ युद्ध में उतरने के संकेत दे रहा है, जिस पर पुतिन ने कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि अगर यूरोप युद्ध में शामिल हुआ तो उसे रूस से ऐसी हार का सामना करना पड़ेगा जिससे यूरोप में शांति की बात करने वाला कोई बच नहीं पाएगा.








