
क्या भारतीय मुसलमानों पर है अलग-थलग होने का ख़तरा: विश्लेषण
BBC
अमेरिका स्थित गैर-लाभकारी संगठन जेनोसाइड वॉच के संस्थापक प्रोफ़ेसर ग्रेगरी स्टैंटन ने भारत में नरसंहार की चेतावनी दी है और कहा है कि मुस्लिम इसका लक्ष्य बन सकते हैं.
'धर्म संसद' में मुसलमानों को लेकर कही गई बातें, गुरुग्राम में जुमे की नमाज़ को लेकर विवाद, कर्नाटक में मुस्लिम महिला छात्रों के हिजाब पहन कर कॉलेज आने पर प्रतिबंध और अब एक अंतरराष्ट्रीय संस्था की ओर से नरसंहार की चेतावनी ने भारत में अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय की चिंताओं को बढ़ा दिया है.
अमेरिकी होलोकॉस्ट मेमोरियल म्यूज़ियम (USHMM) ने सामूहिक नरसंहार के जोख़िम वाले देशों की सूची में भारत को दूसरे स्थान पर रखा गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में बढ़ती मुस्लिम विरोधी भावनाओं को इसके पीछे की वजह बताया गया है.
हाल ही में हुई कुछ घटनाओं ने मुस्लिम समुदाय के बीच असुरक्षा और डर की भावनाओं को और गहरा किया है, जिनमें से एक है यति नरसिंहानंद की ओर से मुसलमानों के खिलाफ़ हिंसा का खुला आह्वान.
यति नरसिंहानंद की ओर से हरिद्वार में आयोजित 'धर्म संसद' के मामले में पुलिस ने काफ़ी आलोचना के बाद अब यति नरसिंहानंद को गिरफ़्तार तो कर लिया है लेकिन इस तरह एक आयोजन करके धर्म विशेष के खिलाफ़ हेट स्पीच को लेकर सरकार के सभी नेताओं ने चुप्पी साधे रखी है.
