
क्या आंध्र-बिहार को ही मिला पैसा? जानें- निर्मला सीतारमण ने बजट में किस राज्य पर बरसाई कितनी रकम
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2024-25 के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 जुलाई को बजट पेश कर दिया. बजट में इस बार आंध्र प्रदेश और बिहार का खास ध्यान रखा गया है. यही वजह है कि विपक्ष इस बजट का विरोध कर रहा है. आरोप है कि जिन राज्यों में विपक्ष की सरकारें हैं, वहां कुछ नहीं दिया गया है. ऐसे में जानते हैं कि आंध्र और बिहार को छोड़कर बाकी राज्यों के हिस्से में क्या आया?
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट में आंध्र प्रदेश और बिहार का खास ख्याल रखा गया है. आंध्र प्रदेश को 15 हजार करोड़ तो बिहार को 60 हजार करोड़ की सौगात मिली है.
बजट में आंध्र और बिहार का खास ध्यान रखे जाने का विपक्ष विरोध कर रहा है. विपक्ष ने केंद्र सरकार पर दूसरे राज्यों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है. इसे लेकर इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन भी किया. इंडिया ब्लॉक का दावा है कि जिन राज्यों में विपक्ष की सरकारें हैं, बजट में उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया.
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद में कहा कि कल जो बजट पेश हुआ, उसमें दो राज्यों को छोड़कर किसी को कुछ नहीं मिला.
बजट के विरोध में 27 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में होने वाली नीति आयोग की बैठक का भी विपक्ष ने बायकॉट कर दिया है. कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना और झारखंड के मुख्यमंत्री ने राज्य को अनदेखा करने का आरोप लगाया है.
ऐसे आरोप इसलिए लग रहे हैं कि क्योंकि चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और नीतीश कुमार की जेडीयू केंद्र की एनडीए सरकार में अहम सहयोगी है. लोकसभा में टीडीपी के 16 और जेडीयू के 12 सांसद हैं.
दूसरी ओर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है कि बजट में किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया है. बजट भाषण में राज्यों का जिक्र नहीं करने के आरोपों पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि अगर किसी राज्य का नाम बजट भाषण में नहीं लिया गया है तो इसका मतलब ये नहीं है कि उसे कवर नहीं किया गया.

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