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किन हथियारों के साथ लड़ी थी भारतीय सेना, जब कारगिल में चोटियों पर बैठे पाकिस्तानियों को मार भगाया?
Zee News
Indian Army weapons: 1999 का कारगिल युद्ध भारत के सैन्य इतिहास में एक निर्णायक क्षण था, जहां आधुनिक हथियारों और रणनीतिक प्रतिभा के मिश्रण ने भारत को जम्मू और कश्मीर के चुनौतीपूर्ण इलाकों में अपने क्षेत्र पर नियंत्रण हासिल करने में सक्षम बनाया.
Kargil war weapons: मई से जुलाई 1999 तक भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ा गया कारगिल युद्ध एक ऐसा संघर्ष था जिसने उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्र के युद्ध में भारत की सैन्य क्षमताओं का परीक्षण किया. भारतीय सेना ने 3 मई से 12 मई, 1999 के बीच घुसपैठ का पता लगाया. भारतीय सेना ने 3 मई से 12 मई, 1999 के बीच होने वाली घुसपैठ की पहचान की. इसके बाद 15 मई से 25 मई, 1999 तक ऑपरेशन की रणनीतिक योजना बनाई गई. 26 मई, 1999 को, भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय शुरू किया, जो उत्तरी लाइट इन्फैंट्री के नियमित पाकिस्तानी सैनिकों के खिलाफ हवाई समर्थन के साथ एक समन्वित पैदल सेना और तोपखाने का हमला था. पाकिस्तान ने उच्च ऊंचाई वाले पर्वत शिखरों और रिजलाइनों पर कब्जा कर लिया था. ऑपरेशन का उद्देश्य पाकिस्तानी घुसपैठियों को बाहर निकालना था.

बिजली की रफ्तार से फाइटर जेट गिरफ्तार! अरेस्टिंग केबल से होता है यह कमाल; टूट जाए वायर तो क्या होगा?
Fighter jet Arresting Wire: फाइटर जेट को लैंड करने और उड़ान भरने के लिए कम से कम 500 मीटर के रनवे की जरूरत होती है, लेकिन एयरक्राफ्ट कैरियर पर फाइटर जेट 150 से 200 मीटर के रनवे पर लैंड कर जाता है. यह लैंडिंग अरेस्टिंग केबल से होती है, हवा से बात करने वाले फाइटर जेट को एक सेकेंड में जाम कर देता है.

AMCA Mark-2 Engine: भारत को AMCA फाइटर जेट के लिए सैफ्रान एक ऐसा इंजन देगा, जो AMCA मार्क-2 में फिट बैठ जाए. यह एक ऐसा ताकतवर इंजन होगा, जो बिना आफ्टरबर्न सूपरक्रूज उड़ान भरेगा. इस इंजन का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि जब भी भारत 6वीं पीढ़ी का फाइटर जेट बनाएगा तो इसी इंजन को अपग्रेड करके इस्तेमाल कर सकता है.

Bharat Ki Udaan 2.0: देश की राजधानी दिल्ली में जी भारत द्वारा आयोजित कार्यक्रम भारत की उड़ान 2.0 में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने पंजाब की शिक्षा व्यवस्था व सुधार के किए जा रहे प्रयासों पर मुखर होकर बातचीत की. साथ ही बताया कि कैसे गांव के सहयोग से ड्रग्स माफियाओं पर पंजाब सरकार शिकंजा कस रही है.










