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1000Km/h रफ्तार, 400KG वजनी! IAF चीफ ने देखी भारत की नई 'हमलावर' मिसाइल LRP2GM; यूं मचाएगी बवाल
Zee News
Indian LRP2GM Missile: IAF चीफ ने जिस मिसाइल को बड़ी गहनता से देखा है. वह LRP2GM क्रूज मिसाइल है. जिसकी कई खासियतें सीक्रेट रखी गई हैं. हालांकि, LRP2GM का विकास भारत के रक्षा उद्योग के लिए एक बड़ा कदम है, जो बताता है कि प्राइवेट इनोवेशन की सुरक्षा को कितना मजबूत कर रहा है.
Indian LRP2GM Missile: भारत अपनी मिसाइल ताकत में जबरदस्त इजाफा कर रहा है. विदेशी निर्भरता को दूर करते हुए, अब खुद ही दुनिया की सबसे एडवांस मिसाइल डेवलप कर रहा है. इसी कड़ी में, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इन दिनों एक तस्वीर बहुत तेजी से वायरल हो रही है. इस तस्वीर में भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह को JSR Dynamics Private Limited के संस्थापक रिटायर्ड एयर मार्शल शिरीष बाबन देव के साथ देखा जा सकता है. दोनों अधिकारी कंपनी की प्रमुख मिसाइल LRP2GM यानी लॉन्ग रेंज पावर्ड प्रेसिजन गाइडेड म्यूनिशन का निरीक्षण कर रहे हैं. आपको बता दें, यह LRP2GM एक हल्के वजन वाली स्टील्थ क्रूज मिसाइल है, जिसे सटीक हमला करने वाले अभियानों के लिए पूरी तरह से स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है.

Indian Army SAKSHAM system: भारत की हवाई सीमाएं पूरी तरह से अभेद्य बनने जा रही हैं. इसके लिए इंडियन आर्मी ने SAKSHAM पर भरोसा जताया है. जो पूरी तरह AI से लैस है. यानी यह दुश्मन के ड्रोन हमलों को खुद ही रोकने में सक्षम होगा. वहीं, रक्षा सूत्रों ने बताया, “यह केवल ड्रोन के बारे में नहीं है. यह हमारे युद्धक्षेत्र पर स्वायत्तता, गति और नियंत्रण के बारे में है.” SAKSHAM भविष्य के युद्धक्षेत्र में भारतीय सेना की श्रेष्ठता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

DRDO Netra Mk II: नेत्रा Mk II का विकास भारतीय वायुसेना के लिए एक निर्णायक बदलाव लाएगा, जिससे हवाई क्षेत्र में भारत की ताकत और भी अधिक मजबूत होगी. यह विमान अग्रिम मोर्चे पर लंबी दूरी की हवाई निगरानी करेगा, जिससे दुश्मन के किसी भी मिसाइल या हवाई हमले का पता बहुत पहले ही लग जाएगा. जिससे इंडियन एयरफोर्स किसी भी मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने में बढ़त हासिल होगी.

Robot made artillery shells India: इंडियन आर्मी को अब जंग के मैदान में तोप के गोलों की न के बराबर कमी होगी. इतना ही नहीं, यह गोले अंतरराष्ट्रीय मानक पर भी एकदम खरे उतरेंगे. दरअसल, भारत की देसी कंपनी ने तोप के गोले बनाने का जिम्मा अब रोबोट के हवाले कर दिया है. जिससे गोले की सटीकता व तेज उत्पादन सुनिश्चित होगा. ऐसे में आइए इस देसी कंपनी के बारे में और बनने वाले तोप के गोलों की सटीकता के बारे में जानते हैं.

Hindu population outside of India: Pew Research Center की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदू धर्म को मानने वालों का करीब 94-95% हिस्सा भारत में ही रहता है. पर बाकी अकेले देशों में लाखों-करोड़ों हिन्दू रहते हैं और उन्होंने अपनी उपस्थिति, पहचान और धार्मिक अभ्यास को वर्षों से कायम रखा है. इसका मतलब है, हिंदू धर्म सिर्फ भारत का धर्म नहीं रहा, बल्कि एक वैश्विक पहचान बन चुकी है.









