कर्नाटक के दक्षिणमूर्ति बने कलयुग के 'श्रवण कुमार', मां को स्कूटर से करा चुके हैं 66 हजार किलोमीटर की यात्रा
ABP News
दोनों हर रोज लगभग 100-150 किमी की दूरी तय करते हैं और धार्मिक शहर तक पहुंचने के लिए कोई समयसीमा नहीं रखते. यात्रा के दौरान केवल आश्रम या मठ में रहते हैं.
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