
आज से 4 दिन के जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दौरे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
Zee News
सोमवार को कारगिल जंग (Kargil War) की 22वीं सालगिरह पर राष्ट्रपति कोविंद (Ram Nath Kovind) द्रास (लद्दाख) स्थित कारगिल युद्ध स्मारक (Kargil War) पर भारतीय फौज के उन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे,
नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) और लद्दाख (Ladakh) के चार दिवसीय दौरे पर आज पहुंच रहे हैं. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 25 से 28 जुलाई से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के दौरे पर है इस दौरान वह 26 जुलाई को करगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ पर कारगिल युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. 27 जुलाई को कश्मीर यूनिवर्सिटी के 19वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे. जानकारी के मुताबिक सोमवार को कारगिल जंग की 22वीं सालगिरह पर राष्ट्रपति कोविंद द्रास (लद्दाख) स्थित कारगिल युद्ध स्मारक (Kargil War) पर भारतीय फौज के उन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे, जिन्होंने साल 1999 के कारगिल युद्ध (Kargil War) के दौरान बहादुरी की मिसाल पेश करते हुए अपनी जान का नजराना पेश कर दिया. इस दिन को पूरा देश कारगिल विजय दिवस (Vijay Diwas) के तौर पर मनाया जाता है.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









