
अरब स्प्रिंग में बर्बाद हो गए थे कई तानाशाह... मगर असद की सत्ता उखाड़ फेंकने में क्यों लग गए 13 साल
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सीरिया की सत्ता पर 53 साल से सत्ता पर काबिज असद परिवार अब बेदखल हो गया है. बशर अल-असद देश छोड़कर रूस चले गए हैं. 26 नवंबर को विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम ने असद सरकार के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंक दिया था. असद सरकार के खिलाफ 2011 में पहली बार विद्रोह शुरू हुआ था और बाद में ये गृहयुद्ध में बदल गया.
सीरिया में इतनी तेजी से चीजें बदली, इसकी उम्मीद शायद किसी को भी नहीं होगी. 27 नवंबर को हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) ने बशर अल-असद सरकार के खिलाफ जंग छेड़ दी. और 11 दिन बाद ही 8 दिसंबर को बशर अल-असद को देश छोड़कर भागना पड़ा. ये सब तब हुआ जब असद ने कुछ दिन पहले ही आतंकवादियों को कुचलने की कसम खाई थी.
बशर अल-असद 2000 से सीरिया के राष्ट्रपति थे. उनसे पहले 29 साल तक उनके पिता हाफिज अल-असद ने सत्ता संभाली थी. सीरिया की सत्ता पर 53 साल तक असद परिवार का कब्जा रहा. आखिरकार आठ दिसंबर को विद्रोहियों के राजधानी दमिश्क पर कब्जे के साथ ही इसका अंत हो गया. असद अब अपने परिवार के साथ रूस की राजधानी मॉस्को में हैं.
इससे पहले भी असद को कई बार सत्ता से उखाड़ फेंकने की कोशिशें की गईं, लेकिन सभी नाकाम रही. साल 2011 में असद सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए. ये वो वक्त था जब मिडिल ईस्ट के कई देशों में तानाशाहों के खिलाफ जनता सड़कों पर थी. दशकों से बरकरार सत्ता उखाड़ी जा रही थीं. लेकिन असद ने इस विरोध को बेरहमी से कुचला. नतीजनत विद्रोह गृहयुद्ध में बदल गया. लगभग 14 साल तक सीरिया गृहयुद्ध की आग में जलता रहा.
अरब स्प्रिंग में बर्बाद हो गए तानाशाह
मिडिल ईस्ट के कई देशों में मौजूदा सरकार के खिलाफ जनता ने विद्रोह कर दिया था. ट्यूनीशिया से इसकी शुरुआत हुई. इसे 'अरब स्प्रिंग' कहा जाता है.
साल 2011 में अरब स्प्रिंग में कई तानाशाह बर्बाद हो गए. दिसंबर 2010 में सब्जी बेचने वाले ने पुलिस के अत्याचार से तंग आकर आत्मदाह कर लिया था. जनवरी 2011 में उसकी मौत हो गई. जनता ने राष्ट्रपति जिने अल अबिदीन बेन अली के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए. 10 दिन बाद राष्ट्रपति बेन अली का 23 साल का शासन खत्म हो गया.

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