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अमेरिका और मिडिल ईस्ट में लहराया परचम, अब इन 'स्वदेशी बाहुबलियों' की भारतीय सेना में हुई एंट्री!
Zee News
Indian Defence: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली 'कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी' ने ATAGS की ₹7,000 करोड़ की डील की मंजूरी दे दी है. जिसके तहत बड़ी संख्या में देश में निर्मित तोप और टोइंग वाहन भारतीय सेना में शामिल होंगे.
Indian Defence: भारत सरकार देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई ठोस कदम उठा रही है, जिससे विदेशी निर्यातों पर निर्भर रहने की जरूरत न पड़े. यही कारण रहा कि भारतीय सेना की तोपखाने (आर्टिलरी) के आधुनिकीकरण की राह में, कई बार विदेशी रक्षा सौदों में भ्रष्टाचार के कारण रुकावटें आईं, लेकिन अब स्वदेशी तोपों ने इस संकट का समाधान निकाल लिया है. ये भारतीय तोपें पहले ही मिडिल ईस्ट और अमेरिका में अपना दमखम दिखा चुकी हैं और अब भारतीय सेना का हिस्सा बनने जा रही हैं.

Stealth vs Non-Stealth Fighter Jets: दुनिया आज तकनीकी क्षेत्र में काफी ज्यादा आगे बढ़ चुकी है. आज लगभग सभी देशों के सैन्य बेड़े में कई खतरनाक फाइटर जेट्स शामिल हैं. आज के फाइटर जेट्स इतने एडवांस हो चुके हैं कि हवा में उड़ने के बाद लगभग गायब हो जाते हैं. लेकिन एक समय पर दुनिया नॉन स्टील्थ जेट्स के ऊपर निर्भर थी.

Canada AIR Strike Weapons: DSCA के मुताबिक कनाडा ने अपनी एयर-टू-ग्राउंड स्ट्राइक क्षमता को मजबूत करने के लिए बड़ी संख्या में प्रिसिजन-गाइडेड बम, गाइडेंस किट और टेस्ट सिस्टम की मांग की है. इस पैकेज में हज़ारों स्मॉल डायमीटर बम (SDB-I और SDB-II), JDAM गाइडेंस किट, प्रैक्टिस बम, टेस्ट व्हीकल और भारी जनरल-पर्पज बम शामिल हैं.

TULPAR and COBRA II at Expodefensa 2025: यह कोलंबिया की राजधानी बोगोटा में होगा. कोर्फेरियास एग्जिबिशन सेंटर में आयोजित हो रहे इस इवेंट में कंपनी अपने मशहूर TULPAR और COBRA II व्हीकल्स के स्केल मॉडल्स प्रदर्शित करेगी. साथ ही साउथ अमेरिका में नई साझेदारियों, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और लोकल मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस करेगी.




