World Refugee Day: 'बेमुल्क' लोगों की बस्तियां... जहां सुबह की कोई उम्मीद नहीं
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आज वर्ल्ड रिफ्यूजी डे है. शरणार्थियों के लिए यूएन की अगुवाई में दुनियाभर में कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. लेकिन भारत हो या दुनिया का कोई और हिस्सा शरणार्थी शिविरों में रह रहे करोड़ों लोगों के हालात कोरोना महामारी ने और भी खराब कर दिए हैं.
बशीर बद्र का शेर है-''उड़ने दो परिंदों को अभी शोख हवा में, फिर लौट के बचपन के जमाने नहीं आते'' ...जब आसमान में उड़ते परिंदे भी तिनका-तिनका बुनकर अपना घोंसला, एक ठिकाना बनाना चाहते हैं तो इंसान तो एक सामाजिक प्राणी है. एक आशियाना, रोजमर्रा की गृहस्थी के सामान और एक राष्ट्रीय पहचान अपने लिए कौन नहीं चाहता... लेकिन सबकी किस्मत एक जैसी हो जरूरी तो नहीं. हम बात कर रहे हैं दुनिया के उन करोड़ों शरणार्थियों यानी रिफ्यूजियों की जो अपने घरों, अपने मुल्कों से ना चाहते हुए भी दरबदर हैं. दुनिया में ऐसी आबादी की तादाद करोड़ों में हैं... लेकिन न इनके पास कोई अपना मुल्क है, न कोई अपनी पहचान और न ही कोई स्थायी ठिकाना.कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली कुलविंदर कौर पर एक्शन तेज, सस्पेंशन के बाद अब इन धाराओं में FIR दर्ज
मंडी से लोकसभा चुनाव जीतकर 6 जून को कंगना रनौत दिल्ली लौट रही थीं कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर बवाल खड़ा हो गया. यहां सिक्योरिटी चेक के बाद CISF की एक महिला जवान कुलविंदर कौर ने उनको थप्पड़ मार दिया. कंगना रनौत की शिकायत CISF ने आरोपी महिला कर्मी को सस्पेंड कर दिया और अब FIR भी दर्ज करा दी है.
आज शाम की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 7 जून 2024 की खबरें और समाचार: खबरों के लिहाज से शुक्रवार का दिन काफी अहम रहा है. NDA की संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी संसदीय दल के नेता चुने गए. इसके साथ ही वह राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले हैं. इसके अलावा महाराष्ट्र की राजनीति में फिर से उथल-पुथल हो सकती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके अपने तमाम सहयोगी दलों का धन्यवाद किया. पीएम मोदी ने ये भी कहा कि मेरे जीवन का हर पल बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान के मूल्यों के प्रति समर्पित है. ये हमारा संविधान ही है, जिससे गरीब-पिछड़े परिवार में पैदा हुए मुझ जैसे व्यक्ति को भी राष्ट्र सेवा का मौका मिला.
सतारा लोकसभा सीट से शिवाजी महाराज के 13वें वंशज उदयनराजे प्रतापसिंह भोसले ने बीजेपी के टिकट पर जीत दर्ज की है. उन्होंने एनसीपी (शरद पवार गुट) उम्मीदवार शशिकांत जयवंतराव शिंदे को 32 हजार 771 वोटों के अंतर से चुनाव हराया. उदयनराजे भोसले को 5,71,134 वोट मिले थे. वहीं, एनसीपी के शशिकांत को 5,38,363 मत हासिल हुए. वहीं जिस निर्दलीय उम्मीदवार के चुनाव सिंबल पर शरद पवार की पार्टी ने ऐतराज जताया है, उसे 37 हजार से अधिक वोट मिले.