
Weather Alert: पहाड़ों पर कुदरत का क्रोध! बादल फटने से इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, स्कूल भी बंद
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जम्मू-कश्मीर सरकार ने खराब मौसम के मद्देनजर जम्मू क्षेत्र में सभी शैक्षणिक संस्थानों को सोमवार (18 अगस्त) को बंद रखने का आदेश दिया है. ऐसा क्षेत्र के दस जिलों में भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर किया गया है.
पहाड़ों पर कुदरत का क्रोध बरस रहा है, कहीं बाढ़ बारिश ने लोगों की जिंदगी पर खतरा ला दिया है, कहीं चटकती चट्टानें और दरकते पहाड़ लोगों के दिलों में खौफ भर रहे हैं. इन सबके बीच लगातार बादल फटने की घटनाएं हो रही हैं, जो लोगों को दहशत में डाल रही हैं, इस बार तबाही कठुआ में मची है, कठुआ में बादल फटने के बाद हालात बिगड़े हुए हैं.
जम्मू-कश्मीर सरकार ने खराब मौसम के मद्देनजर जम्मू क्षेत्र में सभी शैक्षणिक संस्थानों को सोमवार (18 अगस्त) को बंद रखने का आदेश दिया है. ऐसा क्षेत्र के दस जिलों में भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर किया गया है. बता दें कि पिछले चार दिनों में किश्तवाड़ जिले के चिसोती गांव और कठुआ जिले के जोध घाटी और जंगलों वाले क्षेत्रों में बादल फटने की तीन घटनाओं में 68 लोगों की मौत हो गई और 122 अन्य घायल हो गए.
इन जिलों में बादल फटने, बाढ़, भूस्खलन का खतरा
मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर के लिए मौसम संबंधी परामर्श जारी किया है, जिसमें 17 से 19 अगस्त तक भारी बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान जताया गया है. इसमें कहा गया है, "संवेदनशील इलाकों में बादल फटने, अचानक बाढ़ आने, भूस्खलन का खतरा है. अलर्ट पर जिलों में जम्मू, रियासी, उधमपुर, राजौरी, पुंछ, सांबा, कठुआ, डोडा, किश्तवाड़, रामबन और कश्मीर के कुछ हिस्से शामिल हैं."
14 अगस्त को, बादल फटने से आई अचानक बाढ़ ने किश्तवाड़ के मचैल माता मंदिर के रास्ते में पड़ने वाले आखिरी मोटर-सक्षम गाँव चिसोटी को तबाह कर दिया, जिसमें 61 लोगों की मौत हो गई और 116 से ज़्यादा लोग घायल हो गए. बादल फटने से आई बाढ़ में अब तक 82 लोग लापता बताए जा रहे हैं, जिनमें 81 तीर्थयात्री और एक सीआईएसएफ कर्मी शामिल हैं. 17 अगस्त को कठुआ ज़िले में बादल फटने और भूस्खलन की दो अलग-अलग घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गई और पाँच अन्य घायल हो गए. यह आपदा रात भर हुई भारी बारिश के बीच राजबाग और जंगलोट के जोध घाटी गाँवों में आई.
कठुआ में प्राकृतिक आपदा अचानक से आई, किसी को अंदेशा तक नहीं हुआ, यही वजह है कि लोग इसकी चपेट में आ गए, बादल फटने के अलावा कठुआ में जबरदस्त बरसात भी हो रही है, जिसकी वजह से शहर में सैलाब है. वहीं, हिमाचल प्रदेश के किश्तवाड़ के बाद अब मंडी में बादलों ने कोहराम मचाया है, यहां भी बादल फटने के बाद तबाही की तस्वीरें सामने आई हैं, लोगों के घरों में सैलाब घुस आया है.

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