VIDEO: चलती कार बनी आग का गोला, चंद मिनटों में हुई खाक, दो लोग बाल-बाल बचे
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मुंबई से सटे भायंदर में चलती कार में आग लग गई. गनीमत ये रही कि इस हादसे में कोई जन हानि नहीं हुई क्योंकि जैसे ही कार में आग लगी, गाड़ी के अंदर बैठे दोनों लोग बाहर आ गए. लेकिन आगजनी की इस घटना में चंद मिनटों के अंदर कार जलकर खाक हो गई. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.
महाराष्ट्र के मुंबई से सटे भायंदर इलाके में उस समय एक बड़ा हादसा होने से टल गया, जब चलती कार में अचानक आग लग गई. बताया जा रहा है कि उस समय कार में ड्राइवर के अलावा महिला भी बैठी थी. लेकिन जैसे ही कार के इंजन में आग लगी, दोनों कार से तुरंत निकल गए. देखते ही देखते पूरी कार धूं-धूं कर जलने लगी.
घटना की सूचना मिलते ही भायंदर पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची. बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया गया. गनीमत ये रही कि इस हादसे में कोई जन हानि नहीं हुई. लेकिन चंद मिनटों में कार जलकर खाक हो गई.
कार में लगी आग का वीडियो भी सामने आया है, जोकि सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है. इसमें देखा जा सकता है कि कैसे कार पूरी तरह आग की चपेट में है.
45 सवारियों से भरी बस में लगी आग इससे पहले नागपुर में चलती बस में आग लग गई थी. आग लगते ही बस धूं-धू कर जलने लगी. गनीमत ये रही कि हादसे में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई. वक्त रहते सभी यात्रियों को सुरक्षित उतार लिया गया. अधिकारियों ने बताया कि बस नागपुर नगर निगम की थी. नागपुर नगर निगम के मुख्य दमकल अधिकारी राजेंद्र उचके ने बताया कि यह घटना शहर के मेडिकल चौराहे पर रूपम इलेक्ट्रॉनिक मार्केट के पास हुई.
बस का एक बड़ा हिस्सा जलकर खाक दमकल अधिकारी ने बताया, ''आग ड्राइवर के केबिन के अंदर इंजन वाले स्थान पर लगी. ड्राइवर के केबिन के अंदर अग्निशमन यंत्र मौजूद था, लेकिन चालक इतना डर गया कि उसने इसका इस्तेमाल ही नहीं किया.'' उन्होंने बताया, ''उस वक्त बस में 45 यात्री सवार थे, ड्राइवर और कंडक्टर ने वक्त रहते सभी को बस से सुरक्षित उतार लिया.'' अधिकारी ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर दमकल विभाग ने दमकल की दो गाड़ियां मौके पर भेजीं, लेकिन तब तक बस का एक बड़ा हिस्सा जलकर खाक हो गया था.
(मुंबई से मोहम्मद एजाज़ खान की रिपोर्ट)
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.