UP: दीवारों में दरारें और सीलन... नई जेल चौकी के उद्घाटन पर बुरी हालत देख भड़के योगी के मंत्री
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UP News: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद की जिला जेल में नई बनी चौकी का उत्तर प्रदेश के कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने उद्घाटन किया. लेकिन नई-नवेली इस चौकी की दीवारों में दरारें और छतों से बारिश का पानी टपकता देख मंत्री भड़क उठे. अब उन्होंने ठेकेदार से निर्माण की पूरी पत्रावली मांगी है और इसकी गुणवत्ता की जांच कराने के निर्देश दिए हैं.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में कारागार और होमगार्ड राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति रविवार को फिरोजाबाद दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने जिला जेल में बनी एक चौकी का उद्घाटन किया. लेकिन वह इस नई चौकी के निर्माण की क्वालिटी देखकर हैरान रह गए. फिर मीडिया के सवालों से घिरने पर मंत्री ने इस मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया.
दरअसल, फिरोजाबाद की जिला जेल में बनी चौकी का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने किया. जैसे ही वह फीता काटकर जेल चौकी के अंदर घुसे तो दंग रह गए. क्योंकि नई-नवेली चौकी की दीवारों में दरारें पड़ी हुई थीं और छतों से बारिश का पानी टपक रहा था. यही नहीं, वॉश बेसिन भी पुराने और खराब गुणवत्ता के लगे थे.
जेल चौकी के निर्माण में खराब गुणवत्ता पर मीडिया ने जब सवाल दागे, तो कारागार मंत्री धर्मेंद्र प्रजापति ने आश्वासन दिया कि 2 साल पहले बनी इस चौकी के निर्माण के लिए पत्रावली मंगाकर जांच करेंगे कि ठेकेदार ने क्या-क्या कमियां छोड़ी हैं?
गौरतलब है कि रविवार को यदि बारिश न हुई होती तो जिला चौकी में निर्माण में हुई खामियों का पता ही नहीं चलता. हल्की बरसात में दीवारों पर सीलन, छत से पानी का टपकना और फर्श भी जगह जगह चटकना बताता कि इस निर्माण में बेहद लापरवाही बरती गई है. अब देखना है कि इस घटिया निर्माण की जांच में क्या निकलता है?
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.