UP: गांवों में हालात बदतर, लोग नदी में प्रवाहित कर रहे शव, यमुना में दर्जनों लाशें दिखने से हड़कंप
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इस खौफनाक मंजर के गवाह वो स्थानीय बच्चे भी हैं जिनके सामने ही कई शवों को यमुना में प्रवाहित किया गया है. वे बताते हैं कि पिछले कुछ दिनों में कई शवों को ऐसे ही लाया जाता है और फिर यमुना में बहा दिया जाता है.
उत्तर प्रदेश में कोरोना से हालात कितने विस्फोटक हैं, इसे इस बात से समझा जा सकता है कि अब गांवों में भी इस महामारी ने तबाही के मंजर दिखाना शुरू कर दिया है. यूपी के हमीरपुर जिले से ऐसी ही दर्दनाक तस्वीरें सामने आई हैं जहां पर यमुना नदी में एक साथ कई शवों को उतरता हुआ देखा गया. बताया गया कि गांव वाले अग्निदाह करने के बजाय शवों को सीधे यमुना में प्रवाहित कर रहे हैं. नदी में प्रवाहित कर रहे शवपुणे में हुए पोर्श कार हादसे में क्राइम ब्रांच की टीम का लगातार एक्शन जारी है. अब क्राइम ब्रांच की टीम ने ड्राइवर गंगाराम का मोबाइल फोन बरामद कर लिया है. जिसे आरोपी नाबालिग के दादा सुरेंद्र अग्रवाल ने ड्राइवर का अपहरण करते वक्त छीन लिया था. पुलिस का कहना है कि ये काफी अहम सबूत है, क्योंकि फोन में दुर्घटना के बाद ले लेकर अपहरण के वक्त तक विशाल द्वारा भेजे गए कुछ मैसेज हैं.
पुरी में भगवान जगन्नाथ की चंदन यात्रा उत्सव के दौरान हादसा हो गया. चंदन यात्रा के दौरान पटाखों में विस्फोट से कई श्रद्धालु झुलस गए हैं. वहीं, इस घटना पर राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दुख जताते हुए घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. साथ ही केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी घटना पर दुख जताया है.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने बुधवार को अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो 79 वर्षों में सबसे अधिक है. 17 जून, 1945 को यह 46.7 डिग्री सेल्सियस था. वहीं मुंगेशपुर के 52 डिग्री से अधिक तापमान के बारे में, IMD ने कहा कि वह क्षेत्र के मौसम केंद्र के सेंसर और डेटा की जांच कर रहा है.