
'UNSC का स्थायी सदस्य बनता है भारत तो होगा गर्व', G20 में तुर्की के राष्ट्रपति ने बयान से चौंकाया!
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दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन के मौके पर एक प्रेस वार्ता के दौरान तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थायी सीट का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि यदि भारत यूएनएससी का स्थायी सदस्य बनता है तो हमें गर्व होगा.
भारत की अध्यक्षता में नई दिल्ली में हुए जी 20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने मेहमाननवाजी के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद कहा है. यह सम्मेलन कई मायनों में ऐतिहासिक रहा और कई बड़े फैसले यहां लिए गए. यह पहली बार हुआ कि घोषणापत्र में 100 फीसदी सहमति बनी. इस सम्मेलन के बाद अक्सर भारत विरोध बयान देने वाले तुर्की के सुर भी बदले हुए नजर आए. राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने यूएनएससी में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया.
एर्दोगन ने कहा, 'मैं जी-20 की बेहद सफल अध्यक्षता के लिए भारत को धन्यवाद देता हूं. मुझे, मेरी पत्नी और पूरा तुर्की प्रतिनिधिमंडल की मेहमाननवाज़ी के लिए PM मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं'
भारत के लिए हमें होगा गर्व
पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक के बाद तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने रविवार को कहा कि अगर भारत जैसा देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) का स्थायी सदस्य बनता है तो तुर्की को "गर्व" होगा. एर्दोगन का यह बयान हैरान करने वाला इसलिए भी है क्योंकि वह अक्सर कई मंचों पर भारत विरोधी रूख अपना चुका है. साथ ही एर्दोगन ने कहा कि सभी गैर-पी5 सदस्यों को बारी-बारी से सुरक्षा परिषद का सदस्य बनने का अवसर मिलना चाहिए. एर्दोगन एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान सवाल का जवाब दे रहे थे.
एर्दोगन ने कहा कि 'दुनिया पांच से बड़ी और बड़ी है. 'उन्होंने कहा, 'हमें गर्व होगा अगर भारत जैसा देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बन जाए. जैसा कि आप जानते हैं, दुनिया पांच से भी बड़ी है," उन्होंने कहा, 'हमारे कहने का मतलब यह है कि यह केवल अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन और रूस के बारे में नहीं है. हम सुरक्षा परिषद में सिर्फ इन पांच देशों को नहीं रखना चाहते.'
तुर्की का यह बयान इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि वह अक्सर पाकिस्तान का फेवर करने वाले बयान देते रहा है और कश्मीर मुद्दे पर भी खुलकर बयानबाजी कर चुका है.

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