
Ujjain में किसानों का जंगी प्रदर्शन, निकाली ट्रैक्टर रैली, दूध-सब्जी की आपूर्ति ठप करने की दी चेतावनी
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Ujjain में भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर किसान संगठन का यह लगातार दूसरा दिन था, जहां सिंहस्थ कुंभ मेला आयोजित होगा. सोमवार को बीकेएस ने मध्य प्रदेश में रैलियां निकालीं, प्रदर्शन किए, ज्ञापन सौंपे और कृषि भूमि अधिग्रहण के खिलाफ चेतावनी दी.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े भारतीय किसान संघ (BKS) ने मंगलवार को मध्य प्रदेश सरकार की उस योजना का विरोध किया, जिसमें सिंहस्थ 2028 के लिए कृषि भूमि अधिग्रहण कर स्थायी ढांचे बनाने की बात है. किसानों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें अनसुनी रहीं तो वे दूध और सब्जियों की आपूर्ति बंद कर देंगे.
विरोध प्रदर्शन में ट्रैक्टरों पर सवार किसानों ने बारिश से क्षतिग्रस्त प्याज और सोयाबीन की मालाएं पहनकर सिंहस्थ के लिए स्थायी निर्माण पर सवाल उठाए. बाद में वे शहर के सामाजिक न्याय परिसर में एकत्र हुए.
सिंहस्थ क्षेत्र और उज्जैन जिले के 17 गांवों के किसानों ने विरोध में हिस्सा लिया और 15 सूत्री मांगें उठाईं. प्रदर्शन का नेतृत्व बीकेएस की उज्जैन-मालवा प्रांत इकाई ने किया.
किसानों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आसपास के गांवों से दूध और सब्जियों की आपूर्ति रोक दी जाएगी.
भाजपा सरकार गलतियां कर रही
बीकेएस महासचिव मोहिनी मोहन मिश्रा ने कहा कि भाजपा सरकार गलतियां कर रही है और लैंड पूलिंग प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के खिलाफ चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि सरकार का इरादा किसानों की जमीन लेकर सिंहस्थ के लिए स्थायी ढांचे बनाना है. किसान संघ इसका विरोध कर रहा है.

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