Surat: सीनियर डॉक्टर्स ने जूनियर डॉक्टर को दी दौड़ते रहने की सजा, Video Viral
AajTak
Gujarat News: सूरत के एक सरकारी अस्पताल में सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स ने एक जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर को दौड़ते रहने की सजा दी. इसके बाद उस डॉक्टर का वीडियो वायरल हो गया.
Gujarat News: सूरत के एक सरकारी अस्पताल में हैरान कर देने वाली घटना हुई है. इस हॉस्पिटल के हड्डी रोग विभाग के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स ने एक जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर को प्रताड़ित किया है. सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स ने किसी बात पर जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर को अस्पताल में ही दौड़ते रहने की सजा दी. इसके बाद अस्पताल में दौड़ लगाते उस जूनियर डॉक्टर का वीडियो वायरल हो गया. जब यह मामला मेडिकल कॉलेज के डीन के संज्ञान में आया तो उन्होंने घटना की जांच के आदेश दिए हैं.
डॉक्टर के वायरल वीडियो में क्या है दिखता
सूरत महानगर पालिका की ओर से संचालित इस हॉस्पिटल के वायरल वीडियो में दिखता है कि सीनियर डॉक्टर्स बेंच में बैठे हुए हैं जबकि जूनियर डॉक्टर उनके सामने खड़ा हुआ है. सीनियर डॉक्टर्स जूनियर रेसीडेंट डॉक्टर से किसी बात को लेकर बहस करते दिखते हैं और फिर सीनियर डॉक्टर्स जूनियर रेसीडेंट डॉक्टर को दौड़ने को कहते हैं. इस पर सीनियर डॉक्टर्स के आदेश का पालन करते हुए जूनियर रेसीडेंट डॉक्टर अस्पताल में ही दौड़ना शुरू कर देता है. वीडियो में अस्पताल में इलाज को आए लोग और उनके तीमारदार भी आते-जाते हुए दिखते हैं.
मामले की जांच के लिए बनाई 5 सदस्यीय टीम
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर दीपक होवाले ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि सीनियर डॉक्टर्स की ओर से जूनियर डॉक्टर को दौड़ाने की घटना की जांच के लिए एक पांच सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया है. पूरे मामले में जांच शुरू कर दी गई है. उनके मुताबिक, दौड़ने वाले डॉक्टर को बुलाया है और जिन पर दौड़ाने का आरोप है, उन्हें भी बुलाया है. लेकिन दौड़ने वाले डॉक्टर ने कोई लिखित रूप से शिकायत नहीं है फिर भी सभी बुलाया गया है और पूछताछ की जाएगी.
ये भी पढ़ें
अजित पवार की विधायकों संग बैठक से पहले खबर आई कि बैठक में अजित पवार के कई विधायक नहीं पहुंचे और वह शरद पवार के संपर्क में हैं. सूत्रों के मुताबिक बैठक में शामिल न होने वाले पांच विधायकों ने अपनी कुछ निजी कारण बताए. इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गरमा गया. अब अजित पवार ने मीडिया में आकर इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी है.
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद अब सरकार बनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं. इस चुनाव में किसी एक दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है लेकिन बीजेपी जेडीयू और टीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा कर रही है. इसके लिए TDP और JDU ने समर्थन पत्र भी दिया है. लेकिन इसमें कई शर्तें भी हैं. देखें ब्लैक एंड व्हाइट विश्लेषण.
तिहाड़ जेल के अंदर गोगी गैंग के गैंगस्टर पर चाकू से हमला, टिल्लू ताजपुरिया गैंग के दो गुर्गों पर FIR
पश्चिमी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (DCP) विचित्र वीर ने बताया कि बुधवार को डीडीयू से हरि नगर थाने में सूचना मिली थी कि तिहाड़ जेल से एक घायल व्यक्ति को अस्पताल लाया गया है. इसके आधार पर स्थानीय पुलिस अस्पताल पहुंची और मामले की जानकारी ली.
2019 की तुलना में 2024 में बेहतर प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस ने 99 सीटें जीत ली हैं. 2024 में कांग्रेस ने जिन 99 सीटों पर जीत हासिल की है, उनमें से 42 साउथ इंडिया से हैं. कांग्रेस के लिए साउथ इंडिया ने हमेशा बूस्टर डोज की तरह काम किया है. 1977 में जब इंदिरा गांधी हार गई थीं तो साउथ इंडिया ने ही उन्हें संसद पहुंचाया था. सोनिया गांधी ने भी अपना पहला चुनाव साउथ इंडिया से ही लड़ा था.
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंप दिया है. ऐसे में जल्द ही नई सरकार के गठन की तैयारियां शुरू हो गई हैं. जानकारी के अनुसार एनडीए सरकार बनाने का दावा पेश करने जा रही है. जानकारों का मानना है कि अगर एनडीए ही नई सरकार बनाती है, तो इस बार कैबिनेट जरूर पूरी तरह से बदली हुई नजर आएगी.