Republic Day 2022: एक ऐसा गांव जहां हर घर में हैं वर्दीधारी, करते हैं देश की सेवा
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झारखंड के हजारीबाग के पास भूसाई गांव अपने आप में ही बेहद खास है. इस गांव को वर्दीधारी गांव कहा जाता है. क्योंकि 80 से 100 घर वाले इस गांव में हर घर से कम से कम एक और अधिक से अधिक 6 व्यक्ति सेना, अर्ध सैनिक बल, सीआरपीएफ, सीआईएसफ, राज्य पुलिस या रेलवे पुलिस जैसी जगहों में अपनी सेवा दे रहे हैं.
झारखंड के हजारीबाग से 10 किलोमीटर की दूरी पर इचाक प्रखंड का एक गांव है भूसाई. 80 से 100 घर वाले इस गांव की खासियत यह है कि यहां हर घर से कोई न कोई वर्दीधारी है. यानी गांव के हर घर से कम से कम एक और अधिक से अधिक 6 व्यक्ति सेना, अर्ध सैनिक बल, सीआरपीएफ, सीआईएसफ, राज्य पुलिस या रेलवे पुलिस जैसी जगहों में अपनी सेवा दे रहे हैं.
चुनाव आयोग के मुताबिक, इस लोकसभा चुनाव के दौरान ईवीएम और वीवीपैट के मेमोरी वेरिफिकेशन के लिए प्रति मशीन 40 हजार रुपए और उस पर 18 फीसदी जीएसटी एडवांस जमा करना पड़ता है. आयोग के तकनीकी विशेषज्ञों को टीम सभी के सामने डाटा वेरिफाई करती है. अगर शिकायत सही मिली यानी ईवीएम डेटा और पर्चियों के बीच अनियमितता यानी गड़बड़ पाई गई तो कार्रवाई होगी.