Pitru Paksha 2021: पितृपक्ष में कौवे को देख पहचानें धन लाभ और भाग्योदय के संकेत
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कौवों को श्राद्ध पक्ष में भक्ति और विनम्रता से भोजन कराने की बात विष्णु पुराण में कही गई है. कौवे को पितरों का प्रतीक मानकर श्राद्ध पक्ष के दिनों में भोजन कराया जाता है.
Pitru Paksha 2021: पितरों की आत्मा की शांति के लिए पितृ पक्ष में तर्पण-श्राद्ध किया जाता है. धरती पर आने वाले पितृ तर्पण से प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं. यदि पूर्वज प्रसन्न हैं, तो इसके संकेत भी पितृ पक्ष में मिलते हैं. इसमें कौवे की अहम भूमिका होती है. वैसे भी आपने सुना ही होगा कि जब कौवा घर की छत पर आवाज करता है, तब कहते हैं कि घर में कोई मेहमान आएगा. कौवे के ऐसे कई उदाहरण और मान्यताएं हैं, ऐसी ही कुछ मान्यताएं पितृ पक्ष को लेकर भी हैं.
कोटा जिला कलेक्टर ने तपती गर्मी से बच्चों को राहत देने के लिए कोचिंग संस्थानों को निर्देशित किया है कि दोपहर 12:00 बजे से पहले और 3:00 के बाद ही कोचिंग के बच्चों के क्लास का समय रखें. दोपहर 12 से 3 के बीच टेंपरेचर 47 से 48 रह रहा है और इस बीच अगर कोचिंग क्लास के लिए बच्चे निकलते हैं तो लू-ताप से बीमार होने की संभावना रहती है.