
OpenAI के रिसर्चर सुचिर बालाजी केस फिर खुला? 'आत्महत्या' से एक्टिव इन्वेस्टिगेशन के बयान से उठे सवाल
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सैन फ्रांसिस्को पुलिस विभाग (एसएफपीडी) ने मामले को एक्टिव इनवेस्टिगेशन बताया है. यह घटनाक्रम आत्महत्या के शुरुआती निष्कर्ष के इर्द-गिर्द बढ़ती जांच और अनसुलझे सवालों के बीच हुआ है. एसएफपीडी और चीफ मेडिकल एग्जामिनर का कार्यालय, जो अचानक, हिंसक या अप्रत्याशित मौतों की जांच के लिए जिम्मेदार है, ने सैन फ्रांसिस्को स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार एक्टिव इनवेस्टिगेशन का हवाला देते हुए पूरी घटना रिपोर्ट जारी करने से इनकार कर दिया है.
OpenAI के पूर्व शोधकर्ता सुचिर बालाजी की रहस्यमयी मौत ने एक नया मोड़ ले लिया है. कारण, सैन फ्रांसिस्को पुलिस विभाग (एसएफपीडी) ने मामले को एक्टिव इनवेस्टिगेशन बताया है. यह घटनाक्रम आत्महत्या के शुरुआती निष्कर्ष के इर्द-गिर्द बढ़ती जांच और अनसुलझे सवालों के बीच हुआ है. एसएफपीडी और चीफ मेडिकल एग्जामिनर का कार्यालय, जो अचानक, हिंसक या अप्रत्याशित मौतों की जांच के लिए जिम्मेदार है, ने सैन फ्रांसिस्को स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार एक्टिव इनवेस्टिगेशन का हवाला देते हुए पूरी घटना रिपोर्ट जारी करने से इनकार कर दिया है.
सुसाइड से संदेह तक
शुरू में एसएफपीडी ने बालाजी की मौत को आत्महत्या करार दिया, जिसमें कहा गया कि इसमें किसी गड़बड़ी का सबूत नहीं है. हालांकि, इस निर्णय को बालाजी के परिवार ने चुनौती दी है, जिन्होंने आरोप लगाया है कि उनके अपार्टमेंट में घटनास्थल पर संघर्ष के संकेत मिले हैं. उनकी चिंताओं ने उन्हें एफबीआई जांच की मांग करने, निजी जांचकर्ताओं को नियुक्त करने और दूसरा शव परीक्षण कराने के लिए प्रेरित किया है.
कथित तौर पर दूसरा शव परीक्षण पुलिस के शुरुआती निष्कर्षों का खंडन करता है. बालाजी की मां रामाराव के अनुसार, उनके बेटे को सिर के पीछे ऐसे कोण से गोली मारी गई थी, जिससे उसके लिए खुद ट्रिगर खींचना असंभव था. उन्होंने बाथरूम के फर्श पर खून के छींटे और ऐसे संकेत भी दिए कि बालाजी पर हमला होने पर वह भागने की कोशिश कर रहा था.
रामराव ने जोर देकर कहा, "उस पर हमला हुआ था", बालाजी के गिरे हुए टूथब्रश जैसे सबूतों की ओर इशारा करते हुए, यह सुझाव देते हुए कि उसके दांत साफ करते समय उस पर घात लगाकर हमला किया गया था. हालांकि, परिवार ने द स्टैंडर्ड को सेकेंडरी ऑटोप्सी रिपोर्ट नहीं दी है, और इसे करने वाले निजी रोगविज्ञानी ने कोई टिप्पणी नहीं की है.
कवर-अप के आरोप

आखिरकार बीजेपी को लंबी तलाश के बाद नया कार्यकारी अध्यक्ष मिल ही गया है. बिहार के मंत्री नितिन नबीन को बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. नितिन नबीन बिहार में इस वक्त सड़क निर्माण मंत्री हैं. नितिन नबीन पटना के बांकीपुर से बीजेपी विधायक हैं और उन्हें बिहार का युवा चेहरा माना जाता है. वो भारतीय युवा जनता मोर्चा के महासचिव भी रह चुके हैं.

आखिरकार बीजेपी को लंबी तलाश के बाद नया कार्यकारी अध्यक्ष मिल ही गया. बिहार के मंत्री नितिन नबीन को बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. नितिन नबीन बिहार में इस वक्त सड़क निर्माण मंत्री हैं. नितिन नबीन पटना के बांकीपुर से बीजेपी विधायक हैं और उन्हें बिहार का युवा चेहरा माना जाता है. वो भारतीय युवा जनता मोर्चा के महासचिव भी रह चुके हैं.

नितिन नबीन को भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. वे बिहार सरकार में मंत्री हैं और संगठन में अपनी मजबूत पकड़ के लिए जाने जाते हैं. नितिन नबीन ने पिछले कई वर्षों से युवा राजनीति और संगठनात्मक कार्यों में सक्रिय योगदान दिया है. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में उनकी रणनीति और नेतृत्व ने बीजेपी को बड़ी जीत दिलाई थी.










