Ola-Uber टैक्सी ड्राइवरों की हड़ताल का मिलाजुला असर, लेकिन कई यात्री हुए परेशान
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ड्राइवरों का कहना था कि हम ये हड़ताल इसलिए कर रहे हैं ताकि कंपनी बेस फेयर बढ़ाए. अभी बेस फेयर करीब 30-35 रुपये के बीच है, इसके बाद 6-8 रुपये प्रति किलोमीटर चार्ज किया जाता है जो कि ऑटो रिक्शा से भी कम है.
ओला-उबर टैक्सी ड्राइवरों ने सोमवार को हड़ताल की, जिसका मिलाजुला असर देखने को मिला. हालांकि इस दौरान कई यात्रियों को परेशानी भी हुई. ये हड़ताल बेस फेयर बढ़ाने को लेकर की गई थी. ड्राइवरों का कहना था कि हम ये हड़ताल इसलिए कर रहे हैं ताकि कंपनी बेस फेयर बढ़ाए. अभी बेस फेयर करीब 30-35 रुपये के बीच है, इसके बाद 6-8 रुपये प्रति किलोमीटर चार्ज किया जाता है जो कि ऑटो रिक्शा से भी कम है.देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.