Nuh Shobha Yatra Live Updates: मेवात का नलहड़ शिव मंदिर बना छावनी, ID कार्ड देखकर जलाभिषेक के लिए हो रही है एंट्री
AajTak
जुलाई के बाद एक बार फिर नूह में तनाव का साया है. हिंदू पक्ष आज सावन के आखिरी सोमवार पर बृजमंडल यात्रा निकालने पर अड़ा है. जबकि सरकार ने यात्रा पर रोक लगा दी है. ऐहतियातन नूंह और सोनीपत में धारा 144 लगा दी गई है. मेवात इलाके के सभी शहरों में पुलिस की जबरदस्त तैनाती की गई है. वाहनों की तलाशी ली जा रही है. नूंह में आज इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है.
Nuh Mewat Shobha Yatra live: हरियाणा के नूंह फिर से तनाव बढ़ गया है. हिंदू संगठन आज 28 अगस्त (सोमवार) को बृजमंडल शोभायात्रा निकालने पर अड़े हैं. वहीं, प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी है. इतना ही नहीं बाहरियों के भी नूंह आने पर रोक लगा दी गई है. जिले में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है. राज्य और जिले की सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. नूंह में प्रशासन ने एहतियातन स्कूल, कॉलेज और बैंकों को बंद रखने का आदेश दिया है. इतना ही नहीं इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया गया. नूंह में धारा 144 लागू कर दी गई है, इसके तहत सोमवार तक एक क्षेत्र में चार या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है. नूंह के नलहड़ शिव मंदिर के 1.5 किलोमीटर क्षेत्र तक भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है. इसी मंदिर पर शोभायात्रा के दौरान 31 जुलाई को हिंसा फैली थी. आज यहां सिर्फ स्थानीय लोगों को ID देखकर एंट्री दी जा रही है.
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.