MP: लिफ्ट देने के बहाने चलती कार में नाबालिग से गैंग रेप, 4 में से एक आरोपी गिरफ्तार
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आरोप है कि दोनों लड़कियों के कार में सवार हो जाने के बाद आरोपी कार्यक्रम स्थल की तरफ ले जाने की जगह जंगल की तरफ निकल गए. फिर उन्होंने चलती कार को लॉक कर लिया और तेज आवाज में गाना बजा दिया. फिर उन लोगों ने बारी-बारी से 16 साल की लड़की के साथ गैंग रेप किया.
मध्य प्रदेश के आदिवासी जिले डिंडोरी से निर्भया जैसा एक शर्मनाक मामला सामने आया है. जहां 16 वर्षीय लड़की को लिफ्ट देने के बहाने चलती कार में गैंग रेप का शिकार बनाया. इस मामले में 4 युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. हैरानी की बात है कि इस वारदात को करीब 8 दिन बीत चुके हैं. मगर, अभी तक पुलिस महज एक आरोपी को पकड़ पाई है.
ये शर्मनाक वारदात 15 नवंबर को डिंडोरी के बजाग थाना क्षेत्र में अंजाम दी गई. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जगन्नाथ सिंह मरकाम ने इस केस के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि 15 नवंबर को बिरसा मुंडा जयंती कार्यक्रम था. उसी में शामिल होने के लिए नाबालिग लड़की अपनी बहन के साथ जा रही थी. तभी रास्ते में उनके गांव के ही चार युवक कार से उस तरफ जाते हुए उनके पास रुके और दोनों बहनों को कार्यक्रम स्थल तक लिफ्ट देने के बहाने अपनी कार में बैठा लिया.
मगर दोनों लड़कियों के कार में सवार हो जाने के बाद वे लोग कार्यक्रम स्थल की तरफ न ले जाकर जंगल तरफ निकल गए. फिर उन्होंने चलती कार को लॉक कर लिया और तेज आवाज में गाने बजा दिया. फिर उन लोगों ने बारी-बारी से 16 साल की लड़की के साथ गैंग रेप किया. इस दौरान लड़की उनसे रहम की भीख मांगती रही. मगर आरोपियों को ज़रा भी तरस नहीं आया. वे चलती कार में दरिंदगी करते रहे. वारदात के बाद वे लोग लड़कियों को गांव के पास छोड़कर फरार हो गए.
इस दौरान पीड़ित लड़की डरी सहमी रही. वो खामोश रही. फिर उसने सारी घटना अपने परिवार को बताई. उसी दिन पीड़िता शिकाय लेकर थाने पहुंची थी. लेकिन पुलिस ने उन्हें थाने बैरंग लौटा दिया. इसके 4 दिन बाद 19 नवंबर को नाबालिग पीड़िता ने फिर से बजाग थाने जाकर शिकायत दी. जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया. इस मामले की जांच डीएसपी डिंडोरी को सौंपी गई है. अब पुलिस सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की बात कर रही है.
एएसपी मरकाम का कहना है कि यरह घटना रेप है या गैंगरेप इसकी बारीकी से जांच की जाएगी. इस मामले में अभी एक आरोपी की गिरफ्तारी की गई है. परिजनों का आरोप है कि 15 नवंबर को घटना की शिकायत करने गए थे लेकिन बजाग पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था. इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जगन्नाथ सिंह मरकाम ने कहा कि इसकी भी जांच होगी. अगर ऐसा हुआ तो दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी.
जिले को शर्मसार करने वाली इस पूरे घटना क्रम में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं. अभी तक वारदात में इस्तेमाल की गई कार भी पुलिस ने बरामद नहीं की है. जबकि तीन आरोपी भी अभी तक पुलिस की पहुंच से बाहर हैं.
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