
MP: कोरोना कर्फ्यू से बिगड़ी बांछड़ा समुदाय की हालत, जिला जज ने राशन भेज की मदद
AajTak
महू-नीमच फोर लेन हाईवे पर देह व्यापार करने वाले बांछड़ा समुदाय के सामने खाने के लाले पड़ने लगे थे. बांछड़ा समुदाय के अधिकांश परिवार देह व्यापार करके ही अपनी आजीविका चलाते हैं.
कोरोना के चलते मध्य प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लागू है. काम-धंधे ठप हो गए हैं जिससे हर वर्ग की कमाई बंद हो गई है. ऐसे में महू-नीमच फोर लेन हाईवे पर देह व्यापार करने वाले बांछड़ा समुदाय के सामने भी खाने-पीने के लाले पड़ने लगे थे. बांछड़ा समुदाय के अधिकांश परिवार देह व्यापार करके ही अपनी आजीविका चलाते हैं. कोरोना कर्फ्यू के कारण इस समुदाय की महिलाओं और युवतियों के पास भी कोई ग्राहक नहीं आ रहे जिससे ये परिवार भुखमरी की कगार पर आ गए थे. नीमच के जिला सत्र न्यायाधीश हृदयेश श्रीवास्तव और एडीजे संजय जैन ने एक समाज सेवी संस्था के माध्यम से इस समुदाय के लोगों के बीच राशन किट पहुंचवाया और इन परिवारों को यह आश्वासन भी दिया कि आगे भी किसी तरह की परेशानी आई तो सहयोग किया जाएगा. इस समुदाय की महिलाओं और युवतियों ने भी डीजे साहब को इस पहल के लिए धन्यवाद दिया और खुशी जाहिर की.
इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.









