
MP के 'मिनी ब्राजील' से जर्मनी तक... शहडोल के फुटबॉलरों के दिन फिरे, विदेशी में लेंगे ट्रेनिंग, PM मोदी ने किया जिक्र
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PM नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के विचारपुर गांव के युवा फुटबॉलरों की तारीफ की, जिन्हें 'मिनी ब्राज़ील' के नाम से जाना जाता है. इनमें से चार खिलाड़ी जर्मनी में प्रशिक्षण लेने वाले हैं.
MP News: शहडोल जिले के विचारपुर गांव के आदिवासी फुटबॉल खिलाड़ियों के दिन अब फिरने वाले हैं. जर्मनी के फुटबॉल कोच डिटमायर ने चार बच्चों को जर्मनी में प्रशिक्षण देने की इच्छा दिखाई है. रविवार को प्रसारित हुए 'मन की बात' में प्रधानमंत्री मोदी जी ने इसका जिक्र किया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते दिनों उन्होंने दुनिया के बहुत ही प्रसिद्ध पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन से चर्चा की थी, जिसे दुनियाभर के बहुत से लोगों ने सुना था. जब पॉडकास्ट पर बात हो रही थी, तो बातों ही बातों में उन्होंने एक ऐसा विषय उठाया था, जिसे जर्मनी के एक खिलाड़ी और कोच ने सुना और उसका ध्यान प्रधानमंत्री मोदी ने उस चर्चा में बताई बात पर केंद्रित हो गया.
फुटबॉलर ने फिर जर्मनी में भारतीय दूतावास से संपर्क किया और उन्होंने चिट्ठी लिखकर बताया कि वे उस विषय को लेकर भारत से जुड़ना चाहते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने आगे बताया कि उन्होंने पॉडकास्ट में मध्य प्रदेश के शहडोल के फुटबॉल के क्रेज से जुड़े गांव का वर्णन किया था.
दरअसल, 2 साल पहले प्रधानमंत्री शहडोल गए थे, वहां के फुटबॉल खिलाड़ियों से मिले थे और पॉडकास्ट के दौरान एक सवाल के जवाब में शहडोल के फुटबॉल खिलाड़ियों का जिक्र किया था. यही बात जर्मनी के फुटबॉल खिलाड़ी और कोच डायटमार बेयर्सडॉर्फर ने सुनी. शहडोल के युवा फुटबॉल खिलाड़ियों की लाइव जर्नी ने उन्हें बहुत प्रभावित किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने 'मन की बात' में आगे कहा कि किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि वहां के प्रतिभाशाली फुटबॉल खिलाड़ी दूसरे देशों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने 'मन की बात' में आगे कहा कि अब जर्मनी के कोच ने शहडोल के कुछ फुटबॉल खिलाड़ियों को जर्मनी की अकादमी में ट्रेनिंग देने की पेशकश की है. इसके बाद मध्य प्रदेश सरकार ने भी उनसे संपर्क किया है. जल्द ही शहडोल के कुछ युवा साथी ट्रेनिंग कोर्स के लिए जर्मनी जाएंगे. उन्हें देखते हुए बहुत आनंद आता है. भारत में फुटबॉल की लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है. फुटबॉल प्रेमियों से आग्रह करते हैं कि जब समय मिले तो शहडोल जरूर जाएं और वहां के फुटबॉल खिलाड़ियों को देखें.

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