Kashi Vishwanath Temple V/s Gyanvapi Mosque: क्या है काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद का विवाद? क्या अयोध्या की तरह सुलझ सकता है?
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Kashi Vishwanath Temple V/s Gyanvapi Mosque: काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद विवाद का मामला 1991 में अदालत पहुंचा था. हिंदू पक्ष का कहना है कि मंदिर को तोड़कर वहां मस्जिद बनाई गई है, इसलिए वो जमीन हिंदुओं को वापस दी जानी चाहिए.
Kashi Vishwanath Temple V/s Gyanvapi Masjid: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आज सुबह से हलचल है. इसका कारण है काशी विश्वनाथ और ज्ञानवापी मस्जिद के परिसर में स्थित श्रृंगार गौरी समेत कई विग्रहों का सर्वे हो रहा है. ये सर्वे वाराणसी के सीनियर जज डिविजन के आदेश पर हो रहा है. सर्वे के दौरान किसी तरह की कानून व्यवस्था न बिगड़े, इसलिए यहां सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
दरअसल, 18 अगस्त 2021 को वाराणसी की पांच महिलाओं ने श्रृंगार गौरी मंदिर में रोजाना पूजन-दर्शन की मांग को लेकर सिविल जज सीनियर डिविजन के सामने वाद दर्ज कराया था. इस पर जज रवि कुमार दिवाकर ने मंदिर में सर्वे और वीडियोग्राफी करने का आदेश दिया है. इसकी रिपोर्ट 10 मई तक मांगी गई है. इसी दिन इस मामले में सुनवाई भी होगी.
काशी विश्वनाथ मंदिर और वहीं स्थित ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर भी विवाद जारी है. ये विवाद 1991 से अदालत में है. अभी इस विवाद की सुनवाई इलाहाबाद हाईकोर्ट में चल रही है.
काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद का विवाद काफी हद तक अयोध्या विवाद जैसा ही है. हालांकि, इसमें कई सारे पेंच भी है. अयोध्या के मामले में मस्जिद अकेली थी और मंदिर नहीं बना था. लेकिन इस मामले में मंदिर और मस्जिद दोनों ही बने हैं. काशी विश्वनाथ-ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष का कहना है कि मस्जिद को हटाया जाए और वो जमीन उन्हें दी जाए, क्योंकि वो मस्जिद मंदिर को तोड़कर बनाई गई है.
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कैसे हुई इस विवाद की शुरुआत?
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