JK: शहीद के परिवार के आगे हाथ जोड़े खड़े दिखे गृहमंत्री, एक ही मुलाकात से तीन संदेश
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शहीदों के परिवार के प्रति कोई सरकार कितनी संवेदना रखती है. ये तब नहीं पता चलता है कि जब उनके लिए मुआवजे का ऐलान होता है। ये तब पता चलता है जब देश के गृहमंत्री के दौरे कि TO DO लिस्ट में सबसे पहले शहीद के परिवारों का नाम होता है. गृहमंत्री जैसे ही एयरपोर्ट पर उतरे तो स्वागत के तुरंत बाद वो 40 किलोमीटर दूर नौगाम की ओर रवाना हो गए. नौगाम वो जगह थी जहां उनको शहीद सीआईडी इंस्पेक्टर परवेज अहमद के परिवार से मिलना था. गृहमंत्री की प्राथमिकता शहीदों के परिवार को सांत्वना देना था और इसीलिए वो सड़क मार्ग से ही नौगाम पहुंच गए. अमित शाह ने शहीद परेवज़ के परिवार के साथ सिर्फ बातें नहीं कीं बल्कि उनके साथ समय बिताया. ये भरोसा दिलाया कि घबराने की या फिर भविष्य की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. बता दें कि इसी साल जून में शहीद परवेज अहमद डार को टीआरएफ के आतंकियों ने नौगाम के ही एक मस्जिद के पास गोली मार दी थी. इस वारदात की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई थी. इस मामले में 1 आंतकी को पकड़ा भी गया है. देखें ये वीडियो.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.