
'GST कटौती का वित्तीय बोझ राज्यों पर...', ममता बनर्जी ने क्रेडिट लेने पर केंद्र को घेरा
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जीएसटी की नई दरें लागू हो गई हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जीएसटी कट का स्वागत करते हुए क्रेडिट लेने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की है.
केंद्र सरकार की ओर से गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स यानी जीएसटी में किए गए बदलाव लागू हो गए हैं. जीएसटी में रेट कट को केंद्र सरकार दीपावली का उपहार बता रही है. वहीं, विपक्षी दल क्रेडिट लेने के लिए केंद्र को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं. अब इसे लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी बयान आया है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया है कि जीएसटी दरों में कटौती का वित्तीय बोझ केंद्र ने राज्यों पर डाल दिया है और क्रेडिट खुद ले रहा है. सोमवार कोलकाता में एक दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने जीएसटी दर में कमी के कदम का स्वागत किया और कहा कि इससे राज्य को करीब 20 हजार करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान होगा, लेकिन इससे आम आदमी को लाभ मिलेगा.
सीएम ममता ने कहा कि वह मैं थी, जिसने लोगों को जीएसटी के अतिरिक्त भार से राहत देने के लिए कहा था और केंद्र को इसका क्रेडिट नहीं लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि जीएसटी में बदलाव पर केंद्र का एक भी पैसा खर्च नहीं होना. सीएम ने कहा कि इस बदलाव से होने वाले राजस्व के नुकसान की भरपाई का रास्ता भी राज्यों को ही खोजना है.
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार जल्द ही इस संबंध में विज्ञापन देकर जीएसटी में कमी के लिए राज्य का स्टैंड बताएगी. सीएम ने सवालिया लहजे में कहा कि 20 हजार करोड़ रुपये के राजस्व नुकसान के बीच हमें पैसा कैसे मिलेगा? उन्होंने जीएसटी कट का क्रेडिट लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की.
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ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई समेत अलग-अलग समुदाय के लोग दुर्गा पूजा के त्योहार में शामिल होते हैं. उन्होंने कहा कि अनेकता में एकता ही हमारी ताकत है. बांग्ला भाषा बोलने वाले मजदूरों के साथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार वाले कुछ राज्यों में बदसलूकी की घटनाओं का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि हर भाषा से प्यार करती हूं और अपनी भाषा का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती.

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