
DNA ANALYSIS: जब पोखरण परीक्षण हुआ तब भी सड़कों पर था विदेशी मीडिया, आज भी है; आखिर क्यों?
Zee News
11 मई और 13 मई को हमारा देश पोखरण में परमाणु परीक्षण (Pokhran Nuclear Test) कर पाया था. यहां एक दिलचस्प जानकारी ये है कि जिस तरह से आज पश्चिमी देशों का मीडिया भारत के अस्पतालों और जलती चिताओं की रिपोर्टिंग कर रहा है, उस समय भी यही मीडिया दिल्ली की सड़कों पर घूम रहा था.
नई दिल्ली: आज ही के दिन राजस्थान के एक छोटे से गांव पोखरण में दोपहर तीन बजकर 45 मिनट पर परमाणु परीक्षण (Pokhran Nuclear Test) किया गया था. उस समय भारत में हुए परमाणु परीक्षण की गूंज ने कई देशों को हिला दिया था. ये देश हैरान थे कि भारत ने ये कैसे मुमकिन कर दिखाया. तब पश्चिमी देशों ने भारत के इस कदम को दुस्साहस माना. इसके बाद अमेरिका ने भारत पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए थे और यूरोप ने भी परमाणु परीक्षण के लिए भारत की आलोचना की थी. लेकिन भारत ने इन सभी आलोचनाओं को किनारे रखते हुए 13 मई को फिर से पोखरण में दो और परमाणु परीक्षण किए. 11 मई से 13 मई के बीच कुल 5 परमाणु परीक्षण पोखरण की धरती पर किए गए और भारत दुनिया का छठा Nuclear Power वाला देश बन गया. ये हमारे देश के लिए ऐतिहासिक क्षण था और इसी के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 11 मई को यानी आज ही के दिन National Technology Day मनाने का ऐलान किया. इसलिए आज हम इतिहास के पन्नों को पलट कर पोखरण की कहानी आपसे शेयर करना चाहते हैं. इस कहानी को शेयर करने के पीछे आज हमारा एक विचार भी है.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









