
Delhi Metro Red Line: दिल्ली मेट्रो की रेड लाइन में आई खराबी, करीब 45 मिनट तक परेशान रहे यात्री
AajTak
दिल्ली मेट्रो की रेड लाइन में आज दिक्कत आई. इसकी वजह से कुछ स्टेशनों पर लोगों का जमावड़ा लग गया था. इस दिक्कत को करीब 45 मिनट बाद सुधार लिया गया.
Delhi Metro Red Line News: दिल्ली मेट्रो की रेड लाइन में आज दिक्कत देखने को मिली. इसकी वजह से मेट्रो सर्विस करीब 45 मिनट तक बाधित रही. सुबह 8 बजे करीब दिल्ली मेट्रो की तरफ से बताया गया था कि रेड लाइन में दिक्कत आई है. फिर 8.45 के करीब इसे सुधार लिया गया था.
DMRC के मुताबिक, इंद्रलोक और पीतमपुरा के बीच मेट्रो सर्विस में दिक्कत आई थी. फिलहाल यहां ट्रेन सर्विस सामान्य है. इस दिक्कत का असर बाकी किसी मेट्रो लाइन पर नहीं हुआ था.
Normal services have resumed. https://t.co/HQsPSuyLjJ
बता दें कि दिल्ली मेट्रो की रेड लाइन दिल्ली के रिठाला से गाजियाबाद के नए बस अड्डे तक चलती है.
इसी महीने दो बार पहले भी दिल्ली मेट्रो में खराबी आई थी. पहली बार 7 जून फिर 9 जून को दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन में दिक्कत आई थी तब यात्री बहुत परेशान हुए थे. हालात ये थे कि मेट्रो 30-30 मिनट के अंतराल पर आ रही थी, जिससे स्टेशनों पर भारी भीड़ लग गई थी.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.










