
Covid-19: भारत में कब आएगा कोरोना के 2nd Wave का पीक? CEA कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने दी जानकारी
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भारत मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) केवी सुब्रमणियम (KV Subramanian) कहा है कि कोरोना वायरस का दूसरी वेव (2nd Wave of Coronavirus) मई के मध्य तक पीक पर पहुंच सकती है.
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus in India) की दूसरी लहर भयावह होती जा रही है और लगातार रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं. इस बीच मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) केवी सुब्रमणियम (KV Subramanian) कहा है कि कोरोना वायरस की दूसरी वेव मई के मध्य तक पीक पर पहुंच सकती है. केवी सुब्रमणियम (KV Subramanian) ने कहा कि कोविड-19 महामारी का मौजूदा संक्रमण अगले महीने के मध्य में चरम पर पहुंच सकता है. उन्होंने उम्मीद जताई कि इसका अर्थव्यवस्था पर प्रभाव उतना व्यापक नहीं होगा. देश भर में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के बीच उन्होंने यह बात कही.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









