
CBI की बड़ी कार्रवाई, 16 जगह छापेमारी कर रेलवे के 3 अफसरों सहित 6 को किया गिरफ्तार
AajTak
CBI ने पटना, कोलकाता, हाजीपुर, समस्तीपुर और सोनपुर समेत 16 जगहों पर छापेमारी कर रिश्वतखोरी के रैकेट का खुलासा किया है. जांच एजेंसी ने रेलवे के तीन बड़े अफसरों समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से रिश्वत के 46.50 लाख रुपए भी बरामद किए हैं.
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने 16 जगह छापेमारी कर भारतीय रेलवे के तीन बड़े अफसरों समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. रिश्वतखोरी के मामले में यह कार्रवाई की गई है. रेलवे अफसरों के अलावा कोलकाता स्थित एक कंपनी से जुड़े दो अन्य शख्स भी गिरफ्तार किए गए हैं. अरेस्ट किए गए रेलवे अधिकारियों में पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य माल परिवहन प्रबंधक (CFTM) संजय कुमार के साथ समस्तीपुर के वरीय मंडल परिचालन प्रबंधक (DOM) रूपेश कुमार और सोनपुर के वरीय मंडल परिचालन प्रबंधक सचिन मिश्रा शामिल हैं.
सीबीआई ने छापेमारी कर रिश्वत के रूप में लिए गए 46.50 लाख रुपए भी बरामद किए हैं. सीबीआई ने कोलकाता, पटना, समस्तीपुर और हाजीपुर समेत कुल 16 जगहों पर छापेमारी की है. समस्तीपुर रेलमंडल में बड़े अधिकारी के गिरफ्तारी के बाद हड़कंप मच गया है.
बता दें कि सीबीआई को गुप्त सूचना मिली थी कि पूर्व मध्य रेल के सोनपुर और समस्तीपुर रेलमंडल में माल लदान के दौरान डिटेंशन चार्ज से बचाने के साथ अन्य सुविधा मुहैया कराने के लिए कोलकाता की आभा एग्रो इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड से पूर्व मध्य रेल हाजीपुर मुख्यालय के सीएफटीएम संजय कुमार, समस्तीपुर रेलमंडल के वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक रूपेश कुमार और सोनपुर रेलमंडल के वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक सहित अन्य रेलकर्मियों के द्वारा रिश्वत के रूप में एक मुश्त रकम हर महीने ली जाती है.
एफआईआर के मुताबिक, समस्तीपुर रेलमंडल के सीनियर डीओएम ने 24 मई को 4 लाख और 27 जून को 6 लाख रुपए की रिश्वत ली. इसी तरह सोनपुर के सीनियर डीओएम सचिन मिश्रा ने 24 मई को 6 लाख और 11 जून को 3.5 लाख रुपये की रिश्वत ली. वहीं, सीएफटीएम संजय कुमार ने भी 10 लाख रुपए की रिश्वत ली.
सीबीआई ने बिछाया जाल कंपनी के निदेशक नवल लाधा के निर्देश पर मनोज लाधा और बजरंग लाधा को 23.5 लाख रुपये देकर भेजा गया. ताकि रुपये अधिकारियों को दिए जा सकें. लेकिन सीबीआई की टीम ने जाल बिछाकर सभी को गिरफ्तार कर लिया.
6 लोग गिरफ्तार

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







