Business Profit: कब बिजनेस में मिलती है बड़ी सफलता? समझें ग्रहों का पूरा खेल
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लोग अपने जीवन में अलग-अलग तरह का व्यवसाय करते हैं और इसमें सफल होने का प्रयास भी करते हैं. लेकिन इसमें सफलता हर किसी को हासिल नहीं होती है. इस पर जानतें हैं पंडित शैलेंद्र पांडेय से कि जिस तरह का व्यापार आप कर रहे हैं उस तरह के व्यापार में सफलता पाने का तरीका क्या है.
लोग अपने जीवन में अलग-अलग तरह का व्यवसाय करते हैं और इसमें सफल होने का प्रयास भी करते हैं. लेकिन इसमें सफलता हर किसी को हासिल नहीं होती है. इस पर जानतें हैं पंडित शैलेंद्र पांडेय से कि जिस तरह का व्यापार आप कर रहे हैं उस तरह के व्यापार में सफलता पाने का तरीका क्या है. पंडित शैलेंद्र पांडेय कहते हैं कि व्यवसाय या कारोबार के पीछे किसी ना किसी एक ग्रह की भूमिका होती है. अगर वो ग्रह अच्छा है तो कारोबार फलता-फूलता है. अगर ग्रह कमजोर है तो कारोबार या तो बंद हो जाता है या नुकसान देता है. कभी-कभी कारोबार का ग्रह किसी और कारोबार के कारण गड़बड़ हो जाता है. ऐसे में व्यवसाय में उतार-चढ़ाव चलता रहता है. अगर कारोबार से संबंधित ग्रह को मजबूत किया जाए तो आप अपने व्यवसाय को काफी हद तक बेहतर कर सकते हैं. पंडित शैलेंद्र पांडेय कहते हैं कि वस्त्रों का व्यवसाय बहुत सारे ग्रहों से संबंध रखता है. लेकिन, मुख्य रूप से ये शुक्र का व्यवसाय है. इस व्यवसाय को बेहतर करने के लिए रोज सुबह-शाम शुक्र के ऊं शुं शुक्राय नम: मंत्र का जाप करें. एक सफेद स्फटिक की माला गले में धारण करें. इसके अलावा, हर शुक्रवार को मां लक्ष्मी को सफेद मिठाई का भोग लगाएं. काले रंग के प्रयोग से बचाव करें.
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क्या आपने कभी गौर किया है कि दुनिया का कोई भी बड़ा नेता-चाहे वह अमेरिकी राष्ट्रपति हो या फ्रांस का प्रमुख भारत पहुंचते ही सबसे पहले हैदराबाद हाउस ही क्यों जाता है? इसकी वजह सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि एक ऐसा शाही अतीत है जिसमें निजाम की रईसी, ब्रिटिश दौर की राजनीतिक जटिलताएं और आजादी के बाद भारत की उभरती कूटनीतिक पहचान तीनों के निशान गहराई से दर्ज हैं.











