AAP के इलेक्शन कैंपेन सॉन्ग के कुछ हिस्सों पर EC ने जताई आपत्ति, कहा- इसमें संशोधन करें
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मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने कुछ वाक्यांशों को लिस्टेड किया है, जिनमें कोड का उल्लंघन पाया है. निर्वाचन आयोग ने कहा कि क्लिप के साथ वाक्यांश 'तानाशाही पार्टी को हम चोट देंगे' में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प (वीडियो में 00:21 से 00:23 तक) दिखाई दे रही है, जो स्पष्ट रूप से हिंसा भड़काती है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी (AAP) से अपने इलेक्शन कैंपेन सॉन्ग को संशोधित करने के लिए कहा है. आयोग ने कहा कि गीत की एक पंक्ति 'जेल के जवाब में हम वोट देंगे' में एक आक्रामक भीड़ को अरविंद केजरीवाल की तस्वीर के साथ सलाखों के पीछे दिखाया गया है, ये दृश्य 'न्यायपालिका पर संदेह पैदा करता है.'
इसके अलावा ये लाइन कैंपेन सॉन्ग में कई बार सुनाई देती है, जो केबल टेलीविजन नेटवर्क नियम 1994 के तहत निर्धारित ईसीआई के दिशा-निर्देशों और विज्ञापन कोड के नियम 6 (1 (जी) के प्रावधानों का उल्लंघन करता है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने कुछ वाक्यांशों को लिस्टेड किया है, जिनमें कोड का उल्लंघन पाया है.निर्वाचन आयोग ने कहा कि क्लिप के साथ वाक्यांश 'तानाशाही पार्टी को हम चोट देंगे' में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प (वीडियो में 00:21 से 00:23 तक) दिखाई दे रही है, जो स्पष्ट रूप से हिंसा भड़काती है.
इसके अलावा 'गुंडागर्दी के खिलाफ वोट देंगे और तानाशाही करने वाली पार्टी को हम चोट देंगे' इस क्लिप में (00:27 से 00:32 सेकेंड तक) मनीष सिसोदिया को पुलिस ले जाती दिख रही है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय के मुताबिक गीत के बोल यानी शब्द और क्लिप ऐसे हैं कि इससे पुलिस की खराब छवि पेश होती है और यह पुलिस के कामकाज पर संदेह पैदा करता है. प्रचार गीत की एक पंक्ति है 'आवाजें खिलाफ थी जो सबको जेल में डाल दिया, बस उनको बाहर रखा जिन्होंने माल दिया', ये सत्ताधारी पार्टी पर बिना सबूत के आरोप हैं.
बैंस ब्रदर्स के नाम से लोकप्रिय बलविंदर सिंह बैंस और सिमरजीत सिंह बैंस ने 2012 से 2022 तक आतम नगर और लुधियाना दक्षिण विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व किया है. 2019 के आम चुनावों में, लोक इंसाफ पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले सिमरजीत बैंस को लगभग 3.07 लाख वोट मिले. हालांकि वह दूसरे स्थान पर रहे.