
9 ठिकाने तबाह, 90 आतंकी ढेर... एयरस्ट्राइक पर पहले झूठ, फिर PAK सेना को माननी पड़ी 24 हमलों की बात
AajTak
भारत ने पाकिस्तान के नौ जगह हमला किया है. भारतीय सेना की इस कार्रवाई में 90 आतंकी ढेर हो गए. पाकिस्तान की सेना ने पहले झूठ बोला, लेकिन फिर उसे 24 हमलों की बात माननी पड़ी.
सर्जिकल स्ट्राइक हो या एयर स्ट्राइक, भारतीय सेना की आतंक पर हर कार्रवाई के सबूत मांगने वाला पाकिस्तान इस बार बिलबिला रहा है. सेना ने ऐसा एक्शन लिया कि वह छिपाए नहीं छिप रहा. पाकिस्तान छिपाए भी तो कितना. आतंक के आका ने पर्देदारी करने की कोशिशें तो कीं, लेकिन कितनी करे. वीडियो और तस्वीरें, हमले के बाद पाकिस्तान के कई चैनलों पर प्रसारण ने इस एक्शन को छिपाने की गुंजाइश ही नहीं छोड़ी. फिर भी, अपनी आदत के अनुसार पाकिस्तान, भारत के इस एक्शन को कम से कमतर दिखाने की हर संभव कोशिश में जुटा नजर आया.
भारत की सेनाओं ने पाक अधिकृत कश्मीर समेत पाकिस्तान के नौ शहरों में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. भारतीय सेना की मिसाइल स्ट्राइक में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने तबाह हो गए. 90 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर है. सर्जिकल स्ट्राइक के बाद कई दिन तक हमले की बात से ही इनकार करते रहे पाकिस्तान की सेना ने भी माना है कि भारत ने उसके छह शहरों में 24 हमले किए हैं. पड़ोसी देश की ओर से पहले तीन, फिर चार, इसके बाद पांच और अंत में छह जगह भारत के हमला करने की बात कही गई.
ISPR के DG ने पहली कही तीन जगह हमले की बात, फिर चार
सबसे पहले पाकिस्तान की ओर से इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने भारतीय हमले की बात मानी और यह कहा कि भारत ने कोटली, बहावलपुर और मुजफ्फराबाद में आधी रात को कायराना हमला किया. देर रात 1 बजकर 6 मिनट पर पाकिस्तान चैनल एआरवाई न्यूज से उन्होंने कहा कि दुश्मन (भारत) ने अब से कुछ समय पहले बहावलपुर के अहमद ईस्ट इलाके की सुभानल्ला मस्जिद, कोटली और मुजफ्फराबाद में एयरस्ट्राइक की है. इस उकसावे का जवाब दिया जाएगा. पाकिस्तान इसका जवाब अपने चुने गए समय और स्थान पर देगा. बाद में आईएसपीआर की ओर से चार जगह हमले की बात मानी गई.
ऑपरेशन सिंदूर की विस्तृत कवरेज देखने के लिए यहां क्लिक करें
प्रधानमंत्री शहबाज ने माना- पांच जगह हुआ हमला

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.







