
66 लाख का फर्जी चेक देकर भरोसा जीता, फिर ज्वेलर से 28 लाख का सोना लेकर ठग फरार
AajTak
ठाणे में एक ज्वेलर को 27.5 लाख रुपये का चूना लगाने वाले शातिर ठग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ने पहले 66 लाख रुपये का चेक देकर भरोसा जीता, फिर सोने के आभूषण लेकर भाग गया और चेक पर स्टॉप-पेमेंट करवा दिया. कई शहरों में लोकेशन बदलते हुए वह ठाणे के होटल में पकड़ा गया. आरोपी पर पहले से भी कई धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं.
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जिसने एक ज्वेलर का भरोसा जीतकर उसे 27.5 लाख रुपये का चूना लगा दिया. आरोपी ने पहले अपनी पहचान एक प्रॉपर्टी खरीदार के रूप में बनाई, फिर ज्वेलर से सोना खरीदकर बिना भुगतान किए फरार हो गया.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक मामला सामने आने के बाद पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की और कई शहरों में छापेमारी के बाद उसे आखिरकार ठाणे के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के अनुसार आरोपी भायंदर क्षेत्र का रहने वाला है.
उसने जुलाई में एक ऑनलाइन रियल एस्टेट प्लेटफॉर्म के माध्यम से 57 साल के ज्वेलर से संपर्क किया, उसने ज्वेलर से कहा कि वह उसकी एक फ्लैट प्रॉपर्टी खरीदना चाहता है और विश्वास जीतने के लिए 66 लाख रुपये का चेक बतौर एडवांस दे दिया. चेक देखकर ज्वेलर को उस पर भरोसा हो गया.
ज्वेलर को चूना लगाने वाला आरोपी होटल से पकड़ा गया
जैसे ही आरोपी का भरोसा मजबूत हुआ, उसने मौका पाकर ज्वेलर से 27.5 लाख रुपये के सोने के आभूषण खरीद लिए लेकिन भुगतान नहीं किया, इसके बाद आरोपी ने पहले दिए हुए 66 लाख के चेक पर स्टॉप-पेमेंट का निर्देश जारी कर दिया. जब ज्वेलर ने चेक जमा किया तो वह बाउंस हो गया और उसे पूरे धोखे का एहसास हुआ.
ज्वेलर की शिकायत पर 16 सितंबर को भायंदर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(4) – धोखाधड़ी, और 316(2) – विश्वासघात (क्रिमिनल ब्रीच ऑफ ट्रस्ट) के तहत मामला दर्ज किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को रूसी भाषा में भगवद गीता का एक विशेष संस्करण भेंट किया है. इससे पहले, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को भी गीता का संस्करण दिया जा चुका है. यह भेंट भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को साझा करने का प्रतीक है, जो विश्व के नेताओं के बीच मित्रता और सम्मान को दर्शाता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.







